उधर तीनों आरोपियों से पूछताछ किए जाने पर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इन आरोपियों के पास से लेबर रूम में महिलाओं के लगाने वाले इंजेक्शन, बस स्टेंड, पार्लर, मैरेज होम और गंगा घाट तक के वीडियो मिले हैं।अहमदाबाद की साइबर क्राइम की टीम की ओर से गिरफ्तार किए गए महाराष्ट्र के लातूर निवासी प्रज्वल, सांगली के सिंहाला निवासी प्रज और उत्तरप्रदेश के प्रयागराज निवासी चंद्रप्रकाश फूलचंद से पूछताछ की।
पिछले आठ माह से लिप्त हैं आरोपी
पूछताछ में सामने आया है कि ये आरोपी पिछले आठ से नौ माह से इस अवैध धंधे में लिप्त थे। इसकी बदौलत उन्होंने आठ से नौ लाख रुपए कमाए हैं। इन आरोपियों को पढ़ाई के साथ-साथ घर बैठे अवैध रूप से कमाई कर रहे थे। साइबर क्राइम ब्रांच का कहना है कि इस मामले में अन्य कितने लोग लिप्त हैं। ये लोग किस तरह से वीडियो कलेक्ट करते थे इस बारे में भी स्पष्ट जांच की जाएगी।
विद्यार्थी व अन्य लोगों को भी बेचते थे वीडियो
सायबर क्राइम ब्रांच की एक अधिकारी ने बताया कि ये लोग इतने शातिर हैं कि वीडियो के अपने सोशल मीडिया के चेनल के अलावा विद्यार्थियों तक बेचते थे। एक वीडियो की कीमत 800 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक वसूलते थे।
ये है मामला
राजकोट के पायल मटरनिटी अस्पताल में महिलाओं की शारीरिक जांच के वीडियो सामने आने के बाद गत 17 फरवरी को सायबर क्राइम ब्रांच में मामला दर्ज किया गया था। हरकत में आई साइबर टीम ने अलग-अलग टीम बनाकर जांच की। तकनीक और ह्यूमन सोर्स के आधार पर महाराष्ट्र के लातूर और सांगली से प्रज्वल तैली और प्रज पाटिल तथा यूपी के प्रयागराज जिले के भींस से चंद्रप्रकाश को गिरफ्तार किया गया। इन तीनों को अहमदाबाद लाया गया है। यहां पूछताछ की जा रही है।