आईआईएम-ए में गुरुवार से इस बैच के विद्यार्थियों का तीन दिन ओरिएंटेशन प्रोग्राम शुरू हुआ। बैच के विद्यार्थियों का औसत कार्य अनुभव 7.9 वर्ष है। 36.43 फीसदी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने और पढ़ाई का अनुभव है। औसत आयु 31 साल और एक महीना है।
इस बैच में विज्ञापन, मीडिया, एयरो स्पेस एवं एविएशन, कृषि, बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा, कंसल्टिंग, डिफेंस एवं सिक्योरिटी, एनर्जी एवं यूटिलिटी, एफएमसीजी, फूड एवं फूड प्रोसेसिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कंस्ट्रक्शन, आईटी एवं आईटीईएस, आईटी प्रोडक्ट, लीगल सर्विस, हेल्थकेयर क्षेत्र में काम करने वालों ने प्रवेश पाया है।
मैन्युफेक्चरिंग, इंजीनियरिंग क्षेत्र के सर्वाधिक विद्यार्थी
प्रवेश पाने वालों में मैन्युफेक्चरिंग, इंजीनियरिंग क्षेत्र के सबसे ज्यादा 25 विद्यार्थी है। एनर्जी एवं यूटिलिटी क्षेत्र के 18, कंसल्टिंग के 14, आईटी प्रोडक्ट के 12, रिटेल, ई कॉमर्स के 11, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कंस्ट्रक्शन के 9, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस एवं इंश्योरेंस के नौ, आईटी एवं आईटीईएस के 9 विद्यार्थी हैं।
भावी जरूरतों के अनुरूप तैयार किया कोर्स: भास्कर
आईआईएम-ए के निदेशक प्रो.भरत भास्कर ने संस्थान पहुंचे विद्यार्थियों के ओरिएंटेशन प्रोग्राम को संबोधित करते हुए कहा कि अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), डेटा एनालिटिक्स, रोबोटिक्स जैसी तकनीक निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ऐसे में संस्थान ने इन सभी बदलावों को समाहित करते हुए कोर्स को डिजाइन किया है, ताकि विद्यार्थियों को भावी जरूरत के अनुरूप तैयार किया जा सके।