उमसभरी गर्मी पर भारी आस्था
रथयात्रा के दर्शन के लिए सरसपुर में शुक्रवार सुबह से ही लोग आने लगे थे। रथों के आने तक यह भीड़ डटी रही। भारी भीड़ के दौरान उमसभरी गर्मी भी इन्हें डिगा नहीं पाई। अधिकांश दर्शन के बाद ही लोग वहां से रवाना हुए। रथयात्रा के दौरान बीच-बीच में कई बार बारिश की बूंदों ने गर्मी से राहत भी दी।
ननिहाल में भगवान के दर्शन को आतुर दिखे श्रद्धालु
भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम का रथ सरसपुर पहुंचने पर श्रद्धालुओं में दर्शन की आतुरता नजर आई। श्रद्धालुओं के मंदिर मां कोण छे….राजा रणछोड़ छे.. और जय रणछोड़ माखन चोर.. के नारों से पूरा ननिहाल गूंज उठा। तीनों रथों को सरसपुर चार रास्ता पर एक कतार में खड़ा किया गया, जहां श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध तरीके से भगवान के दर्शन किए।पुलिकर्मी बने सहारा… सरसपुर में उमड़ने वाली भक्तों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुसिंग स्कवॉड को लगाया था, जिसने बैरीकेड लगाकर भीड नियंत्रित करने का काम किया। जब हाथी दल को रवाना किया जा रहा था, उस समय कई बार धक्का-मुक्की हुई। ऐसे कई महिलाएं, युवतियां और बच्चों की उमस और भीड़ के चलते तबीयत भी बिगड़ी। पुलिसकर्मियों ने उनको पानी पिलाया। सिर पर पानी डाला भीड़ से निकालने में मदद की।