अजमेर के ब्यावर शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा भले ही नगर परिषद संभाल रही है। अब बरसों से आ रही अपने-अपने वीरत में सफाई करने का चलन है। ऐसे ही जिला कलक्टर कार्यालय का क्षेत्र जिनकी वीरत में आता है। उनका परिवार ही बरसों से सफाई कर रहा है। ऐसी ही जानकारी जिला कलक्टर कार्यालय में सफाई करने वाली सोनू व उसकी मां ने दी। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कलक्ट्रेट सभागार जा रही थीं।
इस दौरान वे सफाई करने वाली महिलाओं के पास पहुंच गई। एक सफाईकर्मी महिला ने घूंघट निकाल रखा था। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने उनका घूंघट हटवाया। उनके साथ फोटो खिंचवाई। उनके हाल-चाल जाने।
बहुत अच्छा लगा
इसके बाद सफाई का काम करने वाली सोनू से पत्रकारों ने पूछा कि उपमुख्यमंत्री से मिलकर कैसा लगा? उनका कहना रहा कि उनसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। इस दौरान उन्होंने बताया कि बरसों से चली आ रही वीरत व्यवस्था के तहत यह क्षेत्र उनके हिस्से में आता है। इसके चलते बरसों से यहां पर सफाई का काम उनका परिवार ही करता आ रहा है। कलक्टर कार्यालय बनने से पहले से ही यहां की सफाई वे ही कर रहे हैं।
यह है वीरत व्यवस्था…
शहर में बरसों से बसे वाल्मीकि समाज के लोगों का क्षेत्र बंटा हुआ है। उनके परिवार के हिस्से में जो क्षेत्र आता है। वो उस क्षेत्र में सफाई का काम करते हैं। हालांकि नगर परिषद की ओर से सफाई किए जाने के बाद अधिकांश क्षेत्रों में परिषद के सफाईकर्मी ही सफाई करते हैं। अब भी कई क्षेत्रों में वीरत के अनुरूप सफाई की परम्परा कायम है।