पुलिस के अनुसार, दौराई रेलवे स्टेशन के पास रेलवे अण्डरपास में भरे बरसाती पानी में रविवार दोपहर घूघरा निवारी रूद्र (12) पुत्र हंसराज गुर्जर व अजयनगर गौतमनगर निवासी मित्रेश उर्फ प्रिंस (12) पुत्र प्रकाश गुर्जर डूब गए। रिश्ते में दोनों मौसेरे भाई थे। दोनों दौराई में अपने नाना हरदेव गुर्जर के यहां गर्मी की छुट्टी में आए हुए थे। क्रिकेट खेलने के लिए अंडरपास को पार कर दूसरी तरफ जा रहे थे। तभी अचानक पैर फिसलने से हादसा हो गया। रूद्र डूबा तो उसको पकड़ने के फेर में मित्रेश भी उसके साथ गहरे पानी में समा गया।
उनको डूबता देख रूद्र के छोटे भाई आरव ने घर पहुंचकर मां और मामा को सूचना दी। ग्रामीणों के साथ आए परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। सूचना पर रामगंज थाना पुलिस भी पहुंच गई। ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरू की। सूचना पर नागरिक सुरक्षा दल करीब 2 घंटे देरी से पहुंचा। तब तक परिजन व ग्रामीणों ने पहले मित्रेश और फिर कुछ देर बाद रूद्र को निकाल लिया। उनको जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
थाने क्षेत्र का हुआ सीमाज्ञान
हादसे की सूचना पर जहां पहले रामगंज थानाप्रभारी रवीश कुमार समारिया पहुंचे। पड़ताल में आया कि रेल अंडरपास दौराई स्टेशन के सिग्नल एरिया के भीतर है। सिग्नल एरिया के अन्दर अण्डरपास की सूचना होने पर जीआरपी के पुलिस उपअधीक्षक रामअवतार चौधरी, थानाधिकारी और आरपीएफ स्टाफ भी घटनास्थल पहुंचा। सिग्नल के भीतर अंडरपास आने पर केस जीआरपी के हिस्से में चला गया। दोनों बालकों के परिजन ने पुलिस कार्रवाई व पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया। पुलिस ने लिखित सहमति पर शव बिना पोस्टमार्टम सुपुर्द कर दिए।
इनका कहना है…
बच्चों के अण्डरपास में भरे बरसाती पानी में डूबने से मृत्यु हुई है। घटनास्थल दौराई स्टेशन सिग्नल क्षेत्र के अंदर होने के कारण प्रकरण जीआरपी को ट्रांसफर हो गया लेकिन परिजन ने प्रकरण में पुलिस कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। जिस पर शव बिना पोस्टमार्टम सुपुर्द कर दिया। –
रामअवतार चौधरी, सीओ जीआरपी अजमेर