ग्रामीण को खंडहर से आई चीखने की आवाज
घटना के दिन दोपहर तीन बजे एक ग्रामीण ने खंडहर से चीख-पुकार सुनी और वहां जाकर देखा कि दोनों छात्राएं जमीन पर पड़ी थीं। ग्रामीणों ने छात्राओं को बंधनमुक्त कर पास के एक डॉक्टर के पास प्राथमिक उपचार के लिए पहुंचाया। लोधा थाने के प्रभारी राजवीर सिंह परमार और सीओ गभाना डीएन मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर छात्राओं से पूरी घटना की जानकारी ली। छात्राओं ने जानकारी दी कि वे मेरठ की रहने वाली हैं और वहां पढ़ाई करती हैं। उनमें से एक मूल रूप से मेरठ की है, जबकि दूसरी मुजफ्फरनगर से आकर किराए पर रह रही है। छात्राओं ने क्या बताया?
छात्राओं ने बताया कि 28 नवंबर को कोचिंग जाते समय ढाबे के पास एक कार आई जिसमें सवार युवकों ने उन्हें अंदर बिठा लिया। बचाव के लिए शोर मचाने पर उनके मुंह बंद कर दिए गए। इसके बाद उन्हें होश नहीं रहा। जब होश आया तो खुद को खंडहर में पाया। छात्राओं ने यह भी बताया कि कुछ लड़के पिछले कई दिनों से उन्हें परेशान कर रहे थे और उनका मोबाइल नंबर मांग रहे थे।
देखिए पुलिस का बयान: