हिसार थाना प्रभारी कविता ने बताया कि पुलिस ने कोर्ट में पेश कर आरोपी उदेश यादव को तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ की जाएगी। इससे घटनाक्रम की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी। पुलिस सभी उपलब्ध साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस अब उसका मोबाइल बरामद कर जांच करेगी। आरोपी उदेश यादव हिसार कृषि विश्वविद्यालय में लिपिक के पद पर कार्यरत है।
अक्सर उदेश से मिलने हिसार आती थी भावना
पुलिस जांच में सामने आया है कि डॉ. भावना और उदेश के बीच लम्बे समय से संपर्क था, जिसके चलते भावना अक्सर हिसार आती-जाती थीं। घटना से एक दिन पहले भी भावना हिसार आई थी और अगले ही दिन वह संदिग्ध परिस्थितियों में आग से झुलसी हुई पाई गई। प्रारंभिक जांच में उदेश यादव की संलिप्तता स्पष्ट रूप से सामने आ रही है।
पुलिस को मिले प्रेम प्रसंग के सबूत
पुलिस को दोनों के बीच प्रेम प्रसंग के सबूत मिले हैं, जिनमें सीडीआर, व्हाट्सऐप चैट भी शामिल हैं। इन सबूतों के आधार पर पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि घटना की सुबह क्या हुआ था और भावना की मौत कैसे हुई।
अलग-अलग नंबरों से कॉल करती थी भावना
उदेश की पत्नी निक्की का दावा है कि उदेश के बात करने के लिए भावना अनजान नंबरों से कॉल करती थी। लेकिन, उदेश फोन उठाने के बाद पता चलते ही कॉल काट देता था। ऐसे में भावना उसे कॉल करती थी। उसे कई बार समझाया भी था। लेकिन, वो समझने को तैयार ही नहीं थी। फोन के अलावा भावना वॉट्सऐप पर भी मैसेज करती थी। उमेश की पत्नी ने हिसार पुलिस को 60 पेजों की चैट सौंपी है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। उदेश के परिजनों ने ये आरोप भी लगाए
दूसरी ओर आरोपी उदेश यादव के परिजनों ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है। परिजनों का आरोप है कि डॉ. भावना उदेश पर शादी करने के लिए लगातार दबाव बना रही थी। चूंकि उदेश पहले से ही शादीशुदा था और अपनी पत्नी को तलाक देने से इनकार कर रहा था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। परिजनों का यह भी दावा है कि विवाद के बाद डॉ. भावना ने खुद को आग लगा ली थी। हालांकि, घटना की सच्चाई क्या है, यह अभी भी रहस्य है।