अतर अरशद गैंग के सरगना का भाई है, अभी 11 साल से बंद था, गत वर्ष मई में ही छूटकर आया था और गैंग को दोबारा से सक्रिय कर रहे थे। अरशद गैंग भिवाड़ी अलवर मेगा हाईवे पर लूटपाट करती थी और गैंग काफी कुख्यात थी। फिलहाल अतर गौ तस्करी और गोकशी के अपराध में लिप्त था।
12 मार्च को किया था इनाम घोषित
आईजी जयपुर रेंज ने अरावली विहार थाना अलवर में दर्ज एक मामले में अतर पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया था। आईजी ने 12 मार्च को ईनाम घोषित किया था और भिवाड़ी पुलिस ने उसे 12 दिन के अंदर ही दबोच लिया। वहीं टपूकड़ा थाने के एक मामले में भी अतर वांछित चल रहा था।
एमपी से किया गिरफ्तार
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने बताया कि एएसपी अतुल साहू एवं डीएसपी तिजारा शिवराज के पर्यवेक्षण एवं तिजारा थानाधिकारी विक्रम की टीम ने अतर को तनोडिया जिला मालवा एमपी से गिरफ्तार किया है। वहां अतर वेष बदलकर रह रहा था। गांव में काश्तकारों के साथ खेतीबाड़ी का काम कर रहा था। वहीं पांच हजार का आरोपी अनीश डकैती एवं एससी-एसटी प्रकरण में वांछित चल रहा था। मुखबिर से मिली सूचना के बाद थाना शेखपुर अहीर थानाधिकारी लोकेश कुमार ने अनीश को हमीराका से चोलाई रोड पर देशी कट्टे के साथ पकड़ा।