सिलेबस में बदलाव के बाद विद्यार्थियों को राहत
नए सत्र से 50 प्रश्न तो बहुवैकल्पिक (ओएमआर में किए जाएंगे) आएंगे। इसके साथ ही आने वाले 50 प्रश्नों को तीन भागों में बांटा गया है, जिसमें वेरी शार्ट, शार्ट और निबंधात्मक प्रश्न हैं। इन सवालों को छात्र अपनी सुविधा के अनुसार कर सकेंगे।हालांकि अब तक 100 प्रश्नों में से 50 प्रश्न ऑब्जेक्टिव और 50 प्रश्न सब्जेक्टिव आ रहे थे, जिससे विद्यार्थियों को परेशानी हो रही थी। अब सिलेबस में बदलाव के बाद विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। हालांकि सेमेस्टर पद्धति में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सेमेस्टर पुराने तरीके के अनुसार ही रहेगा।
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बाजार में पुस्तकों का होना भी जरूरी
मत्स्य विश्वविद्यालय ने एनईपी-2020 लागू करने के बाद जब सिलेबस के अनुसार परीक्षा करवाई तो इसमें करीब 80 फीसदी छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसमें करीब 20 फीसदी छात्र-छात्राओं का पूरा सेमेस्टर क्लियर हुआ, बाकी छात्रों के पेपर ड्यू रह गए। इसमें फेल होने वाले छात्रों की संया भी काफी ज्यादा रही।बताया जाता है कि विश्वविद्यालय ने सिलेबस में तो बदलाव कर दिया है, लेकिन इसके अनुसार बाजार में पुस्तकों का होना भी जरूरी है। जिससे छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के दौरान समस्या का सामना नहीं करना पडे़। हालांकि बाजार और कॉलेजों में एनईपी-2020 के तहत पुस्तकें नहीं पहुंच पाई हैं। अगर पुस्तकें बाजार और कॉलेजों में मिले तो परिणाम में सुधार आ सकता है।
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