दूसरे मामले में पक्षकार मो. फारुख, अंबिकापुर प्रति भगतु राम आवेदित भूमि ग्राम मानिकप्रकाशपुर तहसील अंबिकापुर के राजस्व प्रकरणों (Land fraud) में राजस्व मंडल के आदेश संदिग्ध मिले थे। दोनों प्रकरणों में राजस्व मंडल बिलासपुर के आदेश दस्तावेज संदेहास्पद मिलने पर पारित आदेश दस्तावेजों की जांच कराई गई।
जांच में पाया गया कि राजस्व मंडल बिलासपुर छत्तीसगढ़ के पारित आदेश में कूटरचना कर आदेशों को बदला गया है। दोनों मामलों (Land fraud) में पुलिस ने धारा 318(4), 338, 336(3), 340(2) का अपराध दर्ज किया था। पुलिस अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही थी। विवेचना के दौरान पुलिस ने आरोपी मो. फारूक निवासी अंबिकापुर को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में पता चला कि मामले का मास्टर माइंड मो. दस्तगीर अंसारी है, जिसने आदेशों में हेराफेरी की थी। पुलिस ने मो. दस्तगीर अंसारी को बिंढमगंज, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है। मो. दस्तगीर अंसारी मूलत: रामानुजगंज का निवासी है। आरोपी की अन्य मामलों (Land fraud) में संलिप्तता की जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपी मो. दस्तगीर के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है।
Land fraud: भाजपा नेता ने की रिमांड पर लेने की मांग
इस मामले (Land fraud) में भाजपा नेता व पार्षद आलोक दुबे ने आरोपी मो. दस्तगीर अंसारी को रिमांड पर लेकर अन्य जमीनों के फर्जीवाड़े में पूछताछ करने की मांग की है। उनका कहना है कि आरोपी ने सरगुजा, बलरामपुर व सूरजपुर जिले के 3000 एकड़ जमीनों की ऋण पुस्तिका तैयार करने के बाद राजस्व मंडल के आदेशों में कूटरचना कर फर्जीवाड़ा किया है।
वर्ष 2012 में उन्होंने दस्तगीर अंसारी द्वारा बलरामपुर जिले के इंदरपुर खोरी में 250 एकड़ तथा लुंड्रा के रिरी गांव में 1100 एकड़ जमीन के फर्जीवाड़े को उजागर कर शासकीय मद में दर्ज करवाया था।