दर्दनाक घटना के बाद गांव में फैली दहशत
इस अचानक हुए हमले से पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया है। लोगों का कहना है कि बेसहारा पशुओं की वजह से पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इस बार महिला की घर में सोते समय मौत ने सभी को झकझोर दिया है। ग्रामीण रात में घर के बाहर सोने से डरने लगे हैं।
तीन साल में 20 से ज्यादा लोगों की जान ले चुके हैं सांड
ग्रामीणों के अनुसार, तहसील क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों में बेसहारा सांडों के हमलों में 20 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन इस ओर गंभीरता नहीं दिखा रहा है। लोगों ने बताया कि ऐसे जानवरों को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला।
सात बच्चों को छोड़ गई विद्या देवी, परिवार सदमे में
मृतका विद्या देवी अपने पीछे सात बच्चे छोड़ गई हैं। घटना के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दुख और भय के माहौल में स्वजन ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
थाना प्रभारी बोले घटना की नहीं मिली कोई सूचना
आदमपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक प्रेमपाल सिंह ने बताया कि महिला की मृत्यु के संबंध में थाने पर किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी गई है। इससे यह भी साफ होता है कि प्रशासन तक इस तरह की गंभीर घटनाएं नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे कार्रवाई और रोकथाम की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं। प्रशासन से बेसहारा पशुओं पर नियंत्रण की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में घूम रहे बेसहारा सांडों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए। वरना ऐसी घटनाएं फिर से दोहराई जा सकती हैं, जिससे और लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है।