होली की दिन हुआ विवाद
घटना कोतमा के बंजारा होटल के पास हुई, जहां बुरहानपुर निवासी अमृतलाल प्रजापति पान की दुकान पर पान लेने पहुंचा। दुकानदार गणेश पांडे ने पान देने से मना कर दिया, जिससे दोनों के बीच कहासुनी हो गई। अमृतलाल वहां से चला गया, लेकिन कुछ देर बाद छह युवक तीन बाइक पर सवार होकर लौटे और गणेश पांडे के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान वहां खड़े विक्की केवट ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो हमलावरों ने उसे भी बेरहमी से पीटा। लाठी-डंडों से किए गए हमले में विक्की और गणेश पांडे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। विक्की की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन 15 मार्च को रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
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मृतक के परिजनों ने कोतमा-अनूपपुर सड़क पर बंजारा तिराहा के पास चक्काजाम कर दिया और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना के समय मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया और तमाशबीन बने रहे।
प्रशासन का आश्वासन, परिजनों को मिला मुआवजा
प्रदर्शन के बाद ASP इसरार मंसूरी ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता और बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही दो दिन के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी का वादा किया गया, जिसके बाद चक्काजाम समाप्त हुआ।
मुख्य आरोपी फरार, पुलिस दबिश जारी
हमले के मुख्य आरोपी बुरहानपुर के बताए जा रहे हैं, जो घटना के बाद से फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। हालांकि, परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक सभी आरोपी पकड़े नहीं जाते, तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे।