अनुभवी ट्रेनर या अच्छे ड्राइविंग स्कूल से सीखें
अगर आप ड्राइविंग सीख रहे हैं, तो सही ट्रेनर या अच्छे ड्राइविंग स्कूल का चुनाव करना बहुत जरूरी है। एक अनुभवी ट्रेनर आपको गाड़ी के सही तरीके से कंट्रोल, ब्रेकिंग, टर्निंग और पार्किंग की तकनीक सिखा सकता है। ड्राइविंग स्कूल में प्रोफेशनल तरीके से गाड़ी चलाने के नियम और सुरक्षा उपायों पर भी ध्यान दिया जाता है, जिससे आप जल्दी और सुरक्षित तरीके से ड्राइविंग सीख सकते हैं।
कार के बेसिक्स को अच्छे से समझें
ड्राइविंग शुरू करने से पहले कार के बेसिक्स को समझना बहुत जरूरी है। क्लच, ब्रेक और एक्सीलेटर का सही तरीके से उपयोग करने से कार को स्मूथ तरीके से चलाया जा सकता है। गियर बदलने की सही तकनीक से कार का माइलेज बेहतर होता है और ड्राइविंग आसान लगती है। स्टीयरिंग कंट्रोल को समझना भी जरूरी है ताकि आप सड़क पर अपनी गाड़ी को अच्छे से नियंत्रित कर सकें।
खाली सड़क पर ज्यादा अभ्यास करें
शुरुआत में ऐसे स्थान पर ड्राइविंग का अभ्यास करें, जहां ट्रैफिक कम हो। इससे आपको बिना किसी डर के अपने वाहन को चलाने की आदत पड़ेगी। धीमी गति से शुरुआत करें और ब्रेकिंग व टर्निंग पर विशेष ध्यान दें। रिवर्स गियर का अभ्यास भी करें ताकि पार्किंग और ट्रैफिक में पीछे जाने की जरूरत पड़ने पर आपको दिक्कत न हो। ये भी पढ़ें- Driving License रिन्यूअल में कोई झंझट नहीं, घर बैठे ऑनलाइन ऐसे करें अप्लाई ट्रैफिक रूल्स को अच्छी तरह से जानें
एक अच्छे और जिम्मेदार ड्राइवर बनने के लिए ट्रैफिक नियमों की जानकारी होना बेहद जरूरी है। सड़क पर लगे सिग्नल्स और साइन बोर्ड को समझें, स्पीड लिमिट का पालन करें और ओवरटेकिंग के सही नियमों को अपनाएं। सही लेन में ड्राइविंग करने से सड़क पर सुरक्षा बनी रहती है और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाती है।
अपने डर को दूर करें और आत्मविश्वास बढ़ाएं
शुरुआत में गाड़ी चलाते समय डर लगना सामान्य है, लेकिन आत्मविश्वास बनाए रखना जरूरी है। एक्सपीरियंस्ड ड्राइवर के साथ ड्राइविंग का अभ्यास करने से डर धीरे-धीरे कम होने लगता है। गलतियों से सीखें लेकिन घबराएं नहीं। स्मूद ड्राइविंग की आदत डालें और अचानक ब्रेक लगाने से बचें ताकि आपकी गाड़ी कंट्रोल में रहे।
नियमित प्रैक्टिस करें और धैर्य बनाए रखें
ड्राइविंग में एक्सपर्ट बनने के लिए नियमित अभ्यास करना जरूरी है। हर दिन कम से कम 30-40 मिनट गाड़ी चलाने का प्रयास करें और धीरे-धीरे अलग-अलग सड़क परिस्थितियों में अभ्यास करें। हाइवे, ट्रैफिक और पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग का अनुभव लेने से आपका आत्मविश्वास और नियंत्रण दोनों बेहतर होंगे। धीरे-धीरे लंबी दूरी की ड्राइविंग का भी अभ्यास करें ताकि आप किसी भी स्थिति में सहज महसूस कर सकें।