उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में आजमगढ़ निवासी मोहम्मद सादिक ने बिलरियागंज थाने में मध्य प्रदेश के हरदा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर-29, डॉ. जाकिर हुसैन वार्ड निवासी जाकिर खान के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ित का आरोप था कि जाकिर ने खुद को कोयला सप्लाई व्यवसायी बताकर अलग-अलग तिथियों में कुल 62 लाख रुपये एडवांस में लिए, लेकिन कोयला आपूर्ति नहीं की।
मामले में आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था, जिसके बाद डीआईजी आजमगढ़ ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
विक्रोली से हुई गिरफ्तारी
एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ को सूचना मिली कि आरोपी मुंबई के विक्रोली क्षेत्र में छिपा हुआ है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम ने 30 जून को दोपहर 12:20 बजे विक्रोली स्थित पार्क साइट थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार कर लिया। टीम में उनि. जावेद आलम सिद्दीकी, उनि. चंद्रप्रकाश मिश्र, हेड कांस्टेबल मृत्युंजय सिंह, यशवंत सिंह व कांस्टेबल कुंभदेश कुमार शामिल रहे। पूछताछ में जाकिर ने स्वीकार किया कि वह पहले नगालैंड में कोयला खदान का काम करता था, लेकिन व्यवसाय में घाटा होने के बाद फरार होकर मुंबई में छिप गया। उसके खिलाफ मध्य प्रदेश के हरदा जनपद में भी दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
बिलरियागंज थाना प्रभारी सुनील कुमार दुबे ने बताया कि आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर आजमगढ़ लाया गया है और अब आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। एसटीएफ की इस कार्रवाई से लंबे समय से फरार चल रहे एक बड़े ठग के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया गया है।