कपड़े के दुकान पर काम करता था अभियुक्त
आपको बता दें कि बिहार प्रांत के श्रम संसाधन विभाग के मंत्री संतोष कुमार सिंह जब अपने ऑफिस में विभागीय काम निबटा रहे थे उसी समय उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने उन्हें खुद को लॉरेंस विश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए 30 लाख की मांग कर दी। उसके बाद दो बार और फोन आया। उस शख्स ने मंत्री से कहा कि 30 लाख रुपए दे दो नहीं तो तुम्हारा भी अंजाम अच्छा नहीं होगा। उसने एक स्कैनर भी मंत्री को व्हाटअप पर भेजा। उसके बाद मंत्री ने पुलिस में इसकी शिकायत की। नंबर ट्रेस करने पर मोबाइल का लोकेशन उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ का बताया गया। उसके बाद वहां की पुलिस तुरंत आजमगढ़ के लिए रवाना हो गई।बताया जा रहा कि युवक पहले मुंबई में कपड़े की दुकान पर काम करता था। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद वह लॉरेंस विश्नोई से काफी प्रभावित हो गया। अक्टूबर में उसकी नौकरी छूट गई तो वह गांव चला आया। उसके पैसे खत्म हो गए तो उसने रंगदारी मांगने का काम शुरू कर दिया।