मामले में छपरा जनपद के भगवान बाजार थाना क्षेत्र के अजायबगंज वार्ड संख्या एक निवासी सत्येंद्र सिंह ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उनकी पुत्री ज्योति की शादी दिसंबर 2016 में केवरा निवासी संजय सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही संजय सिंह और उसके परिजन दहेज के लिए दबाव बना रहे थे। आरोप है कि वे दो लाख रुपये की अतिरिक्त मांग कर रहे थे।
सत्येंद्र सिंह के अनुसार, 29 जून की रात संजय सिंह ने अपने गांव के मित्रों कन्हैया सिंह और विकास सिंह के सहयोग से उनकी पुत्री ज्योति की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगा दिया। अगले दिन उन्हें रिश्तेदारों के माध्यम से इस घटना की जानकारी मिली।
शिकायत मिलने पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संजय सिंह और दो अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान शुरू में संजय ने बताया कि पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया गया है, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि शव को सरयू नदी में फेंक दिया गया है।
घटना की पुष्टि करते हुए प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि तीनों नामजद अभियुक्तों को हिरासत में ले लिया गया है। शव की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद ली गई, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है, जो पहुंचते ही एक बार फिर शव की तलाश शुरू करेगी।
पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और मृतका के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया है।