इस कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मुय अतिथि होंगे। कलेक्टर दीपक सोनी ने शुक्रवार को जिला ऑडिटोरियम में तैयारियों का जायजा लिया। स्वामित्व योजना के तहत 45 गांवों में ड्रोन सर्वे के बाद अधिकार अभिलेख तैयार किए गए हैं। इनमें तहसील कसडोल, टुंडरा, पलारी,
बलौदाबाजार, लवन, सुहेला, सिमगा और भाटापारा के गांव शामिल हैं।
क्या है स्वामित्व योजना?
स्वामित्व योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की आबादी वाली भूमि का रिकॉर्ड तैयार करना है। इसके तहत, भूमि स्वामियों को उनकी जमीन का मालिकाना अधिकार दिया जाता है। इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विवादित भूमि मामलों का निपटारा और संपत्ति के स्वामित्व का आधिकारिक रिकॉर्ड सुनिश्चित किया जा रहा है। Swamitva Yojana: स्वामित्व योजना के अंतर्गत होने वाले लाभ
स्वामित्व योजना के तहत बलौदाबाजार जिले के 5841 लोगों को मिलने वाला भूमि का मालिकाना हक एक ऐतिहासिक कदम है, जो ग्रामीण इलाकों में संपत्ति के स्वामित्व को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इससे ना केवल लोगों को उनके भूमि पर कानूनी अधिकार मिलेगा, बल्कि इससे जुड़े आर्थिक और कानूनी फायदे भी ग्रामीणों को सशक्त बनाएंगे। यह योजना देशभर के लाखों ग्रामीणों के लिए एक नई उम्मीद और समृद्धि का रास्ता खोलेगी।
पहले दिए गए थे पट्टे
इस योजना से पहले भी पट्टे दिए गए थे, लेकिन मालिकाना हक नहीं दिया गया था। अब इस बार अधिकार मिलने के बाद भूमि स्वामी अपनी संपत्ति का स्वतंत्र उपयोग कर सकेंगे। इसके लिए जमीन का क्षेत्र तय नहीं है, जितनी जमीन है, उतने पर मालिकाना हक दिया जाएगा।