खरमास कब से कब तक
ज्योतिष के अनुसार, खरमास पूरे एक महीने तक रहता है, जो कि साल में दो बार आता है, इस बार खरमास 14 मार्च 2025 से शुरू हुआ था। जब सूर्य ने मीन राशि में प्रवेश किया था। अब खरमास का समापन 13 अप्रैल 2025 को हो गया है। इसके बाद सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
14 अप्रैल से 9 जून तक मुहूर्त
तिल्दा निवासी पंडित आचार्य संतोष शर्मा खेमराज के अनुसार इस साल 14 अप्रैल से लेकर 9 जून तक विवाह के लिए शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। देवशयनी एकादशी से 27 दिन पहले 9 जून को गुरु के अस्त होने के कारण इस बार 5 महीने के लिए विवाह आदि कार्यों पर विराम लग जाएगा। देवशयनी एकादशी 6 जुलाई को
इस साल देवशयनी एकादशी 6 जुलाई को है। देवशयनी एकादशी के बाद से श्रीहरि विष्णु चार महीने के लिए क्षीरसागर में विश्राम करने चले जाते हैं। उसके बाद 2 नवंबर को देवउठनी एकादशी से फिर से विवाह आदि मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
मांगलिक कार्यों के लिए खरमास इतना अशुभ क्यों
खरमास में शुभ या अन्य सभी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं, क्योंकि इस दौरान सूर्य देव की ऊर्जा कम मानी जाती है, जो कि शुभ कार्यों के लिए जरूरी होती है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को भाग्य का कारक में माना जाता है। ऐसे में अगर खरमास के दौरान शुभ और मांगलिक काम किए जाते हैं, तो उनका शुभ फल प्राप्त नहीं होता है। इसलिए खरमास में शुभ और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है।
साल 2025 में विवाह मुहूर्त
अप्रैल विवाह मुहूर्त- 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 अप्रैल में कुल 9 शादी के मुहूर्त मिल रहे हैं। मई विवाह मुहूर्त 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 और 28 मई को विवाह के शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। जून विवाह मुहूर्त- 2, 4, 5, 7 और 8 जून को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं। नवंबर विवाह मुहूर्त- 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर को शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
दिसंबर विवाह मुहूर्त- 4, 5 और 6 दिसंबर को विवाह के शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं।