कर्नाटक के लिए यह मामला एक बड़ी शिकस्त के रूप में दखा जा रहा है क्योंकि लेंसकार्ट पहले कर्नाटक सरकार के साथ बेंगलूरु में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईए) से 60 किलोमीटर के दायरे के भीतर एक मेगा फैक्टरी लगाने 25 एकड़ जमीन के लिए बातचीत कर रही थी।
एमबी पाटिल ने कंपनी के संस्थापक पीयूष बंसल को सभी आवश्यकताओं का समर्थन करने और सुविधा प्रदान करने तथा संबंधित अधिकारियों को बंसल से तुरंत संपर्क करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद बातचीत सफल नहीं हुई।
कंपनी ने 8 दिसंबर को लगभग 1,500 करोड़ रुपए की लागत से तेलंगाना की फैब सिटी में एक विनिर्माण सुविधा स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की। इस परियोजना से लगभग 2,100 नौकरियां पैदा होने का अनुमान है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाटिल ने कहा, हम निजी उद्यमों का समर्थन करने के लिए यहां हैं, लेकिन साथ ही किसी भी निजी लाभ-प्रेरित उद्यम को राज्य के खजाने का अनुचित लाभ नहीं उठाने देंगे। कर्नाटक का नुकसान होने के आरोपों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि विश्वास पैदा करने और राज्य उद्योग विभाग में कई संरचनात्मक सुधार करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि सरकार ने कंपनी को अपनी तरफ से पूरा सहयोग करने की कोशिश की लेकिन कंपनी की मांगें कुछ ज्यादा ही लोलुपताभरी थीं और राज्य के हितों के खिलाफ जा रही थीं। इसलिए, तमाम प्रयासों के बावजूद बातचीत परवान नहीं चढ़ सकी।