बता दें, यह गिरफ्तारी पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत हुई है, जिसमें अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों की धरपकड़ की जा रही है।
अहमदाबाद में मिली थी बांग्लादेशियों की बस्ती
कुछ दिन पहले गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद की चंडोला झील के किनारे अवैध रूप से बसाई गई बस्ती में छापा मारकर दर्जनों बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़ा था। इन लोगों के पास भारतीय दस्तावेज भी मिले थे, जिनकी वैधता पर सवाल उठे। जांच में सामने आया कि इन्हें भारत में बसाने का काम ‘लल्ला डॉन’ नाम के एक व्यक्ति ने संगठित रूप से किया, जो गिरफ्तारी से बचने के लिए राजस्थान भाग निकला था।
बांसवाड़ा में पुलिस को नहीं लगी भनक
सूत्रों के अनुसार, लल्ला डॉन ने बांसवाड़ा के झेर मोटी गांव में शरण ली थी। वह राजस्थान-गुजरात सीमा क्षेत्र के गांवों में घूमता रहा, लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। आखिरकार अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर राज्य सीमा से सटे सल्लोपाट थाना क्षेत्र में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया।
नेताओं के फर्जी लेटरहेड से बनवाए दस्तावेज
जांच में यह भी सामने आया कि लल्ला डॉन ने कई नेताओं के फर्जी लेटरहेड पर दस्तावेज तैयार करवाए, जिससे बांग्लादेशी घुसपैठिए सरकारी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, पते का प्रमाण आदि बनवा सके। यह दस्तावेज उनकी पहचान छुपाने और भारत में स्थायी रूप से बसने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।
गिरफ्तारी के बाद जब्त हुए संदिग्ध सामान
गुजरात क्राइम ब्रांच ने लल्ला डॉन के 5 ठिकानों पर छापा मारकर संदिग्ध सामग्री जब्त की है। इसमें फर्जी दस्तावेजों का स्टॉक, पैसे गिनने की मशीन, मोबाइल फोन और कई संदिग्ध लेटरहेड व टिकटें शामिल हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उसका नेटवर्क केवल गुजरात-राजस्थान तक सीमित नहीं, बल्कि देश के अन्य राज्यों तक फैला हुआ हो सकता है।
बेटा पहले ही गिरफ्तार, अब नेटवर्क की जांच
लल्ला डॉन के बेटे को पहले ही गुजरात पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अब मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को पूरे नेटवर्क की जानकारी मिलने की उम्मीद है। गुजरात पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ संपर्क कर साझा कार्रवाई की बात कही है। बांसवाड़ा पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि जिले में संदिग्ध गतिविधियों को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सल्लोपाट थाना क्षेत्र से एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
राजस्थान में भी चल रहा है विशेष अभियान
गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद राजस्थान पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए अभियान तेज किया है। विशेष रूप से सीमा जिलों और शहरी क्षेत्रों में बसे हुए संदिग्ध प्रवासियों पर नजर रखी जा रही है।