दरअसल जिले के शाहबाद कस्बे में स्थित सरकारी स्कूल में बच्चों के विदाई समारोह को लेकर कार्ड छपवाए गए थे। इन कार्ड में मां सरस्वती की फोटो के बाद उर्दू के शब्द लिखे गए थे। ये तीन शब्द थे जश्न ए अलविदा…। ये ही कार्ड तमाम सरकारी अधिकारियों और निजी लोगों को दिए जाने थे जिनको विदाई समारोह में बुलाया जाना था। लेकिन कार्ड छपने के बाद ही हंगामा शुरू हो गया।
निमंत्रण कार्ड की आलोचना शुरू हो गई और मामला उपर तक जा पहुंचा। प्रधानार्चा विकेश, जिन्होनें ये कार्ड छपवाए उनके उपर अब जांच बिठाई गई है। जिला शिक्षा अधिकारी तक मामला पहुंचा है। हांलाकि प्रधानाचार्य का कहना है कि ये कार्ड छपवाए गए थे, लेकिन बांटे नहीं गए थे। क्योंकि जश्न ए अलविदा को लेकर आपत्ति आ गई थी। उसके बाद दूसरे कार्ड बांटे गए थे। लेकिन अब उनके उपर जांच चल रही है। तीन सदस्यों की कमेटी को जल्द से जल्द फैसला देना है।