एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि 30 अक्टूबर 2024 को बोरदा में तालाब के समीप कार सवार तीन लोगों ने बाइक से बोरदा निवासी सुनील मीणा को टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया था। एक जने ने देसी कट्टे से फायर किया तथा दो ने मारपीट की। इस पर घायल सुनील ने मांगरोल अस्पताल में पुलिस को दिए पर्चा बयान में रूद्रेश मीणा व दो साथियों पर आरोप लगाया। जांच के दौरान रूद्रेश मीणा (23) के कोटा जेल में बंद होने की जानकारी मिलने पर शनिवार को उसे गिरफ्तार किया गया। रूद्रेश ने पूछताछ में दोस्त प्रीतम उर्फ टीटी व कौशल कुमार मीणा को होना बताया। आरोपी प्रीतम उर्फ टीटी की मृत्यु होना भी बताया। उसी दिन आरोपी कौशल मीणा (24) को मांगरोल बस स्टैण्ड से गिरफ्तार किया। यह बस से अयाना जाने के प्रयास में था।
मांगरोल थाना प्रभारी महेन्द्र मीणा ने बताया कि प्रीतम उर्फ टीटी कोटा में रहता था। उसने एक माह पहले सुसाइड कर लिया था। करीब डेढ़ वर्ष पहले फरियादी सुनील कुमार व माखन मीणा निवासी बनवाडिया कोटा में एक रूम में किराए से रहते थे तथा रूद्रेश मीणा भी कोटा रहता था। उससे उसकी दोस्ती थी। माखन को पैसों की जरूरत होने पर उसने रूद्रेश से 30 हजार रुपए माखन को दिलाए थे। नवम्बर 2023 में रकम माखन ने लेने के बाद वापस नहीं लौटाई। इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी बात को लेकर 30 अक्टूबर को रूद्रेश दो दोस्तों के साथ सुनील के गांव बोरदा पहुंचा और वारदात कर दी। पुलिस टीम में एएसआई तुलसीराम, कांस्टेबल रामस्वरुप व मिथुन सहरिया शामिल थे।