चरवाहों और मवेशियों को निकाला सोमवार सुबह सूचना मिली कि ग्राम पंचायत ख्यावदा की सीमा पर स्थित ग्राम पीतामपुरा व रामपुरा के मध्य चारागाह भूमि पर रुके हुए पाली, ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा व प्रतापगढ़ जिलों से आए भेड़पालक पार्वती नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के टापू में फंस गए हैं। तत्काल एसडीआरएफ टीम को मौके पर भेजा गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर शाहाबाद, तहसील प्रशासन और जिला अधिकारी बारां से मौके पर पहुंचे। दैगनी पुलिया के रास्ते से प्रशासनिक टीम वहां पहुंची, जहां 21 पुरुष, 8 महिलाएं और बच्चे, कुल 29 लोग, 2450 भेड़, 31 ऊंट, 1 खच्चर, 9 कुत्ते फंसे हुए थे। एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया और ग्राम रामपुरा सुंडा के प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया गया। ग्राम पंचायत की ओर से भोजन व पानी की व्यवस्था भी करवाई गई। इधर, थाना नाहरगढ अन्तर्गत सोमवार सुबह पार्वती नदी के टापू पर फंसे 5 ग्रामीणों का एसडीआरएफ ने रेस्क्यू किया। बारां में तैनात रेस्क्यू टीमों बी-3 और बी-4 के प्रभारी हैड कॉन्स्टेबल रामनिवास, करण ङ्क्षसह को सूचना मिलने पर घटनास्थल रवाना किय गया था। दोनों रेस्क्यू टीम प्रभारी 20 जवानों की टीम तथा आपदा राहत उपकरणों के साथ घटनास्थल पहुंचे। मोटर बोट की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। टीम कमाण्डर के निर्देश पर रेस्क्यू टीम मोटर बोट से पारकर टापू पर फंसे ग्रामीणों के पास पहुंचे। रेस्क्यू टीम ने टापू पर फंसे 5 ग्रामीणों को लाइफ जैकेट पहनाकर नदी पार करवाई। बचाए गए ग्रामीणों के नाम भीमराज सुमन, रघुराज सुमन, भागचन्द सुमन, प्रदीप सुमन, नरेन्द्र माली सभी ग्राम सुण्डारामपुरा निवासी हैं।