इज्जतनगर क्षेत्र स्थित आशुतोष सिटी निवासी गुरदेव कुमार के मुताबिक, उनका संपर्क बड़ोदरा (गुजरात) की इथिरियल पर्पल ओरिएंटेड प्राइवेट लिमिटेड फाइनेंस कंपनी से हुआ था। कंपनी के डायरेक्टर नयना माहिदा, मनहार सिन्हा और राजेश अवे सिन्हा ने दावा किया कि वे एमएसएमई स्कीम के तहत उन्हें फाइनेंस कराएंगे। इसके लिए पहले फर्म रजिस्ट्रेशन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट और करंट अकाउंट खुलवाने की शर्त रखी गई।
लोन के रुपये भेजने के नाम पर मांगे रुपये
पीड़ित गुरदेव ने भरोसा करते हुए करीब एक लाख रुपये खर्च कर सारे कागजात और प्रोसेस पूरे कर दिए। कंपनी ने उनके प्रोजेक्ट का सर्वे भी किया और बाद में कॉल कर बताया गया कि उनका लोन मंजूर हो गया है। इसके बाद नयना माहिदा ने कॉल करके कहा कि लोन की रकम खाते में ट्रांसफर करने से पहले तीन लाख रुपये जमा करने होंगे। गुरदेव ने बताए गए खाते में तीन लाख रुपये ट्रांसफर भी कर दिए, लेकिन तय समय पर पैसा उनके खाते में नहीं आया।
एसएसपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज
इसके बाद जब गुरदेव खुद बड़ोदरा स्थित कंपनी के ऑफिस पहुंचे, तो वहां ताला लटका मिला। स्थानीय लोगों से पता चला कि कंपनी ने ऑफिस शिफ्ट कर लिया है, लेकिन नया पता किसी को नहीं मालूम। गुरदेव का कहना है कि अब उन्हें समझ में आ गया है कि उनके साथ ठगी हो चुकी है। उन्होंने मामले की शिकायत एसएसपी अनुराग आर्य से की, एसएसपी के आदेश के बाद इज्जतनगर के पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।