पीड़ित ने बताया कि जाना-पहचान के जरिए उसने रुपये दे दिए, इसके बदले आरोपियों ने उसे चेक दिए। जब पीड़ित ने चेक लगाए तो वो बाउंस हो गए। चेक बाउंस होने के बाद आरोपी उन्हें धमकियां देने लगे।
पहचान के जरिए जाल में फंसाया
सुभाषनगर के अवधपुरी कॉलोनी निवासी दुष्यंत कुमार सिंह ने बताया कि उनकी सुभाषनगर की हलवाई वाली गली के पास होटल शान में अमन श्रीवास्तव से उसकी मुलाकात हुई थी। अमन ने खुद को सुभाषनगर के अमन पैलेस का निवासी बताया और धीरे-धीरे बातचीत के दौरान विश्वास जीत लिया। इसके बाद अमन ने दुष्यंत की पहचान बिजनौर के पहाड़ी दरवाजा निवासी ध्रुव भारद्वाज से कराई। अमन ने दावा किया कि ध्रुव की दवाइयों की थोक सप्लाई की कंपनी है और इस समय उनके माल की डिलीवरी पैसों के अभाव में अटकी हुई है।
मुनाफे का लालच देकर लिए पैसे
अमन और ध्रुव ने पीड़ित को भरोसा दिलाया कि वह कुछ रुपये दे दें तो ध्रुव उन्हें चेक के जरिए भुगतान कर देगा और इस सौदे में उन्हें भी मुनाफे का हिस्सा मिलेगा। इसी भरोसे के चलते दुष्यंत ने अमन को रुपये दे दिए और ध्रुव ने 56 हजार व 56 हजार 500 के दो अलग-अलग चेक सौंप दिए। इसके अलावा ध्रुव के कहने पर उन्होंने अपने भांजे विवेक सिंह के खाते से 2 हजार रुपये भी ध्रुव के खाते में ट्रांसफर करवा दिए। कुल मिलाकर दुष्यंत ने 1,46,500 रुपये इन दोनों को अलग-अलग माध्यमों से दे दिए।
रुपये मांगे पर दी जान से मारने की धमकी
जब कुछ समय बाद पीड़ित दुष्यंत ने आरोपियों द्वारा दिए गए चेकों को बैंक में लगाया तो दोनों चेक बाउंस हो गए। इसके बाद उन्होंने कई बार अमन और ध्रुव से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन हर बार उन्हें टाल दिया गया। जब दुष्यंत ने सख्ती से रुपये मांगने शुरू किए तो उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी दी। दुष्यंत ने बताया कि वह पिछले तीन महीने से दोनों के पीछे दौड़ते-दौड़ते थक गए हैं। पीड़ित ने सुभाषनगर में तहरीर देकर दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।