निरीक्षण के दौरान डीएम ने मंदिरों में साफ-सफाई, लाइटिंग, पीने के पानी और ठहरने की व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए भीड़ न हो, इसके लिए अलग-अलग लाइनें बनाई जाएं। काँवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए यातायात व्यवस्था को पहले से ही प्लान करने को कहा गया। डीएम ने अधिकारियों को आगाह किया कि यात्रा के दौरान खास सतर्कता बरती जाए, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बरेली-बदायूं सीमा पर बने काँवड़ियों के स्वागत द्वार का भी निरीक्षण किया और कहा कि स्वागत द्वार पर मंदिर के प्रवेश और निकासी के रास्तों की जानकारी देने वाली फ्लेक्सी लगाई जाए। साथ ही जिन रास्तों पर झाड़ियां उग आई हैं, उन्हें काँवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही कटवा दिया जाए।
डीएम ने काँवड़ियों के लिए बने पंडालों में बैठने, रुकने, पीने के पानी, खाने-पीने और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कांवरियों को कहीं भी शिकायत का मौका नहीं मिलना चाहिए। इस मौके पर एसडीएम आंवला विदुषी सिंह समेत तमाम विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।