एसएसपी ने सबसे पहले बरेली-बदायूं रोड के कांवड़ मार्ग का दौरा किया। उन्होंने रास्ते में बने रुकने वाले स्थलों की साफ-सफाई, पीने के पानी, शौचालय और छाया की व्यवस्था की जांच की। सीसीटीवी कैमरों की कार्यशीलता भी परखी गई और खराब कैमरों को तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए। रामगंगा तिराहा पर बने रेडिया शाखा और कांवड़ सेल का निरीक्षण कर तैनात पुलिसकर्मियों की मौजूदगी और सक्रियता भी परखी गई।
झुमका तिराहे पर बनेगा नया कट, जाने क्यों
बदायूं बॉर्डर से कैंट थाना क्षेत्र होते हुए धोपेश्वरनाथ मंदिर तक के मार्ग की स्थिति देखी गई। एसएसपी ने संबंधित अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण, यातायात सुगमता और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। चौपला चौराहे से झुमका तिराहा तक निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने झुमका तिराहा पर नया कट बनाने का आदेश दिया ताकि श्रद्धालुओं को शहर की तरफ आने-जाने में किसी तरह की दिक्कत न हो।
ढाबा संचालकों को भी दिए अहम निर्देश
फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा और उसके बाद मीरगंज थाना क्षेत्र के रामपुर-बरेली बॉर्डर तक निरीक्षण जारी रहा। एसएसपी ने टोल प्लाजा के पास स्थित ढाबा संचालकों को निर्देशित किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान यात्रियों को बैठने और खाने-पीने की अस्थायी व्यवस्था करें। साथ ही एंडवास कैमरे (जिससे भीड़ की गिनती हो सके) लगाने के निर्देश भी थाना प्रभारी को दिए गए।
निरीक्षण में सभी एसपी और सीओ रहे मौजूद
मीरगंज क्षेत्र में कांवड़ियों के लिए बनाए गए विश्राम स्थल पर पहुंचकर एसएसपी ने पानी, टेंट, साफ-सफाई और चिकित्सा की व्यवस्था का भी जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान एसएसपी अनुराग आर्य ने साफ किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधा — तीनों पर बराबर ध्यान दिया जाए। निरीक्षण में एसपी सिटी मानुष पारीक, एसपी ट्रैफिक अकमल खान, एसपी साउथ अंशिका वर्मा, सीओ प्रथम आशुतोष शिवम, सीओ द्वितीय, एलआईयू, मीरगंज, आंवला और हाइवे समेत थानों के प्रभारी अधिकारी मौजूद रहे।