पुलिस के साथ की थी गाली-गलौज
यह घटना 1 मार्च 2025 की शाम रामनगर रोड स्थित अनमोल डेयरी के पास हुई, जब पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लोग वहां से गुजरे। पुलिस को देखकर वे रुक गए और सुरजीत ने पुलिस से बहस और अभद्रता करने लगा। पूछताछ के बाद वह वहां से चला गया, लेकिन कुछ समय बाद अपने भाई रमन, जितेंद्र और चाचा धर्मसिंह के साथ वापस आया। चारों ने मिलकर पुलिस टीम पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मियों को चोटें आईं।
कोर्ट में पेश करने के बाद भेजा जेल
घटना की गंभीरता को देखते हुए आंवला थाना पुलिस ने सुरजीत, रमन बाबू, जितेंद्र और धर्मसिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया। 2 मार्च 2025 की शाम मुखबिर की सूचना पर ग्राम फुंदननगर के प्राथमिक विद्यालय के पास से चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम
इंस्पेक्टर आंवला कुंवर बहादुर सिंह, दरोगा बिहारी लाल, अश्विनी शर्मा कांस्टेबल हरेन्द्र कुमार और मोहम्मद हसीब शामिल रहे।