थाना सीबीगंज के प्रभारी निरीक्षक अभिषेक कुमार की अगुवाई में गठित पुलिस टीम जब कांवड़ यात्रा के दौरान इलाके में गश्त कर रही थी, तभी कुछ स्थानीय लोगों ने इस गिरोह की करतूतों की जानकारी दी। जांच में सामने आया कि अटरिया गांव का रहने वाला आबिद अली अपने भाई वाजिद अली, बेटे सोहिल अली और दो अन्य नासिर अली व अमीर शाह के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह चला रहा था। ये लोग इलाके में दबंगई, मारपीट, धमकी, रंगदारी और हमला जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे थे। सीबीगंज पुलिस गुरुवार रात वाजिद अली और अमीर शाह को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया, वहीं गैंग लीडर आबिद अली पहले से ही जेल में बंद है।
हाईकोर्ट से भी नहीं मिली रहम
आबिद अली ने अपनी जमानत के लिए हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने उसे हिस्ट्रीशीटर मानते हुए याचिका खारिज कर सुप्रीम कोर्ट भेज दी। अब जमानत की एकमात्र उम्मीद वही बची है।
बेलगाम अपराध, लेकिन चुप्पी थी आम लोगों की
पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह इतने आतंक का पर्याय बन चुका था कि कोई भी उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं करता था। डर के मारे कोई व्यक्ति इनके खिलाफ थाने में बयान तक नहीं देता था। गैंग का सरगना आबिद अली खुद दर्जनों मुकदमों में हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण, रंगदारी और असलहेबाजी के गंभीर मामले दर्ज हैं। गैंग के बाकी चार सदस्य वाजिद अली, नासिर अली, सोहिल अली और अमीर शाह पर भी एक से बढ़कर एक संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या की साजिश, रंगदारी, सरकारी कार्य में बाधा, जानलेवा हमला, गोवध, पशु क्रूरता और साइबर अपराध तक शामिल हैं।
डीएम की मंजूरी के बाद दर्ज हुआ गैंगस्टर एक्ट
पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ तैयार गैंग चार्ट को जिलाधिकारी को भेजा था। मंजूरी मिलते ही गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। अब इनके खिलाफ संपत्ति कुर्की और अन्य कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी है। सीबीगंज इंस्पेक्टर अभिषेक कुमार ने बताया कि इस गिरोह की गतिविधियां इलाके में लगातार बढ़ रही थीं। इनके खिलाफ ठोस साक्ष्य जुटाकर अब गिरोह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस की इस सख्ती के बाद आम लोगों ने राहत की सांस ली है।