“एक देश, एक विधान” की हुंकार देने वाले राष्ट्रऋषि को सादर नमन
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य ने डॉ. मुखर्जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण भारत माता के चरणों में अर्पित किया।महापौर ने कहा – भारतीयता के पुनर्स्थापनार्थ जीवन समर्पित किया
महापौर डॉ. उमेश गौतम ने कहा कि पश्चिमी शिक्षा प्राप्त होने के बावजूद डॉ. मुखर्जी ने भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया। वे मात्र 33 वर्ष की उम्र में कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति बने – यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा बना आत्मसम्मान का प्रतीक
महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने बताया कि 1950 में नेहरू-लियाकत समझौते से असहमति के चलते उन्होंने केंद्र सरकार के उद्योग मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। यही नहीं, 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना कर राष्ट्रवादी राजनीति को नई दिशा दी।वृक्षारोपण से दी गई पर्यावरण को भी श्रद्धांजलि
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृहद वृक्षारोपण किया। कैंट विधानसभा क्षेत्र के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल में विधायक संजीव अग्रवाल और मंडल अध्यक्ष कन्हैया राजपूत ने वृक्षारोपण किया।विधायक संजीव अग्रवाल ने कहा कि सभी को अपने-अपने घर के आसपास पेड़ लगाकर पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए।