आरोपी की पत्नी पर थी चाचा की नजर
एसपी सिटी मानुष पारीक ने मंगलवार को इस मामले का खुलासा किया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसे डर था कि उसके चाचा अपनी संपत्ति बेच न दें। वहीं उसने यह भी बताया कि उसकी पत्नी पर चाचा की बुरी नजर थी। इसी का बदला लेने के लिए उसने चाचा की हत्या कर दी।
खुद हत्या कर कोतवाली पुलिस को दी सूचना
सिकलापुर निवासी रितिक ने रविवार रात एक बजे कोतवाली में दीवान को कॉल करके अपने चाचा दयाशंकर की हत्या की सूचना दी। सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव और इंस्पेक्टर अमित पांडेय पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। यहां बुजुर्ग का शव उनके बिस्तर पर पड़ा मिला। रितिक ने जो बातें बताई वह चौंकाने वाली थीं। उसने पांच लोगों के नाम बताए। कहा कि यह लोग उसे मारने आए थे और उसके चाचा को धोखे में गोली मारकर चले गए।
15 घंटे में हो गया चौंकाने वाला खुलासा
एसपी सिटी मानुष पारीक भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने निर्देश दिया तो पुलिस ने रात में नीरज, अमित, सचिन, वासू व अप्पू को इनके घर से पकड़ लिया। अधिकांश लोग घरों में बेफिक्र होकर सो रहे थे। पुलिस ने इनसे पूछताछ व सभी तरीकों से जांच शुरू कर दी। पूछताछ के बाद साफ हो गया कि हत्या रितिक ने ही की है। करीब 15 घंटे तक चली जांच में रितिक ने आरोप कबूल कर लिया। आरोपी के पास से एक 315 तमंचा, एक जिंदा कारतूस, दो खोखा कारसूत, एक पेचकस और एक प्लास बरामद हुआ है।
गिरफ्तार करने वाली टीम
आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम कोतवाली इंस्पेक्टर अमित पांडेय, इंस्पेक्टर क्राइम लव सिरोही, दरोगा जितेन्द्र कुमार, वीरभग्र सिंह, नीतू तोमर, रूची सोलंकी, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल त्रिलोक सिंह, अखिलेश यादव और कपिल तोमर शामिल रहे।