मौलाना ने सुरक्षा एजेंसियों पर भी उंगली उठाते हुए पूछा कि आखिर वे क्या कर रही थीं, उन्होंने कहा जब देश में पर्यटक बड़ी संख्या में पहलगाम जैसे संवेदनशील इलाकों में जा रहे हों, तो उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए।
पाकिस्तान से संबंध खत्म करने की मांग
आईएमसी प्रमुख ने केंद्र सरकार से यह मांग की कि यदि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ सामने आता है, तो भारत को पाकिस्तान के साथ हर प्रकार के कूटनीतिक और व्यापारिक संबंधों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा हमेशा आतंकवादियों को जवाब देना ही हमारी प्राथमिकता रही है, लेकिन असल प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि इस हमले के पीछे मास्टरमाइंड कौन है, और इसका उद्देश्य क्या था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ये हमलावर पाकिस्तान से आए हैं, तो यह साबित करता है कि पाकिस्तान ही मुसलमानों का सबसे बड़ा दुश्मन है। उन्होंने आतंकवादियों को मुसलमानों के सबसे बड़े अपराधी बताया और कहा कि वे केवल हिंदुओं के नहीं, बल्कि मुसलमानों के भी गुनहगार हैं।
देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश
मौलाना ने इस बात पर भी चिंता जताई कि सैलानियों की पहचान पूछकर उन्हें निशाना बनाना यह दिखाता है कि हमले का उद्देश्य भारत में सांप्रदायिक तनाव को भड़काना और गृहयुद्ध जैसे हालात पैदा करना था। उन्होंने देशवासियों से संयम बरतने की अपील की और कहा कि आतंकियों की चाल को नाकाम करना हम सभी की जिम्मेदारी है। मौलाना ने केंद्र सरकार से यह मांग भी की कि भारत को अपने राजनयिकों को पाकिस्तान से तत्काल वापस बुला लेना चाहिए और भारत में स्थित पाकिस्तानी दूतावास को बंद कर देना चाहिए।