scriptजितने भी दिन साथ में गुजारे वो बेस्ट थे, मैं अब कैसे जीऊंगी…विनय की पार्थिव देह से लिपटकर बोली पत्नी | Pahalgam terror attack martyr Lieutenant Vinay Narwal wife Himanshi Statement CM Rekha Gupta floral tribute farewell in Karnal | Patrika News
नई दिल्ली

जितने भी दिन साथ में गुजारे वो बेस्ट थे, मैं अब कैसे जीऊंगी…विनय की पार्थिव देह से लिपटकर बोली पत्नी

Martyr Lieutenant Vinay Narwal: “जितने भी दिन साथ में गुजारे, वो बेस्ट थे। मैं अब कैसे जीऊंगी? मैं आपको हर पल याद रखूंगी। आपको सर्वश्रेष्ठ जीवन मिले। हमें आप पर हमेशा गर्व रहेगा…यह शब्द शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी के हैं। जो अंतिम विदाई के समय मौजूद लोगों का कलेजा चीर रहे थे।

नई दिल्लीApr 23, 2025 / 10:25 pm

Vishnu Bajpai

Martyr Lieutenant Vinay Narwal Wife

Martyr Lieutenant Vinay Narwal: जितने भी दिन साथ में गुजारे वो बेस्ट थे, मैं अब कैसे जिऊंगी…विनय की पार्थिव देह से लिपटकर बोली पत्नी

Martyr Lieutenant Vinay Narwal: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हरियाणा के करनाल निवासी भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को दिल्ली में उनकी पत्नी ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इस दौरान रोती-बिलखती पत्नी हिमांशी ने अपने वीर पति को सलामी दी और उन्हें अंतिम बार छूकर विदा किया। इस दौरान वह लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पार्थिव देह से लिपटकर रो पड़ी। बाद में खुद को संभालते हुए बोली- आई एम प्राउड ऑफ यू। यह दृश्य इतना मार्मिक था कि वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। उनका अंतिम संस्कार करनाल के मॉडल टाउन स्थित श्मशान घाट पर होगा। जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी भी शामिल होंगे।

दिल्ली में पुष्पांजलि देने उमड़ा जनसैलाब, पार्थिव शरीर करनाल पहुंचा

शहीद लेफ्टिनेंट नरवाल का पार्थिव शरीर बुधवार को जम्मू से दिल्ली लाया गया। जहां कार्गो टर्मिनल पर पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा सहित कई नेता मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों की मौजूदगी में शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को अंतिम विदाई दी। इस दौरान शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार घटना को याद कर सिहर उठती थीं। रिश्तेदारों, दोस्तों और परिवार वालों ने उन्हें बड़ी मुश्किल से संभाला।

पत्नी की ओर से भावभीनी अंतिम विदाई

दिल्ली में पुष्पांजलि समारोह के दौरान शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया। जिन्होंने गरिमा और साहस के साथ जीवन जिया और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। अंतिम संस्कार समारोह में मौन और श्रद्धा के बीच उन्होंने अपने पति को अंतिम शब्दों के साथ विदाई दी। कहा “आपने एक गौरवशाली जीवन जिया है। हमें आप पर हमेशा गर्व रहेगा।” इससे पहले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का पार्थिव शरीर बुधवार दोपहर करीब तीन बजे जब दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। यहां उन्हें सैन्य सम्मान दिया गया। इस मौके पर भारतीय नौसेना के तमाम अधिकारी व जवान भी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें

लेफ्टिनेंट विनय की मौत पर क्या बोली नौ सेना? विधायक बोले- POK को भारत का हिस्सा बनाना…

16 अप्रैल को शादी, 22 को हुए शहीद

हरियाणा के करनाल निवासी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल कोच्चि में तैनात थे और हाल ही में छुट्टी लेकर पत्नी हिमांशी के साथ पहलगाम गए थे। 16 अप्रैल को ही उनका विवाह समारोह संपन्न हुआ था और परिवार अभी उस उत्सव की खुशी में ही था। लेकिन यह खुशी चंद दिनों में शोक में बदल गई जब आतंकियों ने हमला कर दिया। पड़ोसियों के अनुसार, चार दिन पहले तक जहां घर में शादी की रौनक थी, अब मातम पसरा है।

दादा की अपील: अब वक्त है निर्णायक कार्रवाई का

शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के दादा ने सरकार से भावुक अपील करते हुए कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए अब निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है। विनय नरवाल ने दादा हवा सिंह ने कहा “हमारी सरकार से हाथ जोड़ कर विनती है कि ऐसे दरिंदों को सख्त सजा दी जाए और आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जाए। हमें और खोना नहीं चाहिए। मेरे पोते ने देश के लिए बलिदान दिया है। अब देश को आतंक के खिलाफ निर्णायक होना चाहिए।”

आतंकवादी हमले में 28 से ज्यादा मौतें

दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इस वीभत्स हमले में 28 से अधिक निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जिनमें हरियाणा के करनाल जिले के भूसली गांव के रहने वाले भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शहीद हो गए। 16 अप्रैल को गुरुग्राम निवासी हिमांशी से उनका विवाह हुआ था। नया जीवन शुरू करने के कुछ ही दिन बाद यह त्रासदी उनके परिवार पर कहर बनकर टूटी।
शादी के बाद विनय और हिमांशी ने स्विट्ज़रलैंड में हनीमून मनाने का सपना देखा था। लेकिन वीज़ा संबंधी अड़चनों के चलते उन्हें अपनी योजना बदलनी पड़ी। विनय के दादा हवा सिंह ने बताया कि इसके बाद दोनों ने कश्मीर की खूबसूरत बैसरन घाटी जाने का निर्णय लिया, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहा जाता है। दुर्भाग्यवश, यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा बन गई। मंगलवार को हुए आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय की जान चली गई।

राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ाई गई सुरक्षा, प्रमुख स्थलों पर अलर्ट

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। विशेष रूप से कुतुब मीनार, लाल किला, इंडिया गेट, पुराना किला, हुमायूं का मकबरा, लोटस टेम्पल, अक्षरधाम, दिल्ली हाट और लोधी गार्डन जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
यह भी पढ़ें

सुरक्षा नहीं दे पाते तो कश्मीर बुलाते क्यों हो? अखिलेश के सवाल पर लोगों ने दिया खरा जवाब

अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील स्थानों पर न केवल गश्त और जांच बढ़ा दी गई है, बल्कि निगरानी के लिए आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग किया जा रहा है। साथ ही, कुछ क्षेत्रों में ट्रैफिक मूवमेंट को सीमित कर सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रशासन किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

Hindi News / New Delhi / जितने भी दिन साथ में गुजारे वो बेस्ट थे, मैं अब कैसे जीऊंगी…विनय की पार्थिव देह से लिपटकर बोली पत्नी

ट्रेंडिंग वीडियो