एसएसपी अनुराग आर्य ने सोमवार को थाना कैंट, सुभाषनगर और भमोरा क्षेत्रों में बनाए गए कांवड़ सहायता पुलिस पोस्ट, विश्राम स्थलों और प्रमुख मंदिरों का दौरा किया। उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली और कई अहम निर्देश भी दिए।
कांवड़ियों के जत्थों का विवरण रजिस्टर में दर्ज करने के निर्देश
एसएसपी ने स्पष्ट कहा कि जल भरने जा रहे कांवड़ियों के जत्थों का रजिस्टर में पूरा विवरण दर्ज किया जाए और उन्हें एक स्लिप दी जाए, जिससे जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारी भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था में ढील नहीं होनी चाहिए। कांवड़ यात्रा के मार्गों को पूरी तरह साफ, सुगम और सुरक्षित रखा जाए। श्रद्धालुओं को कहीं भी परेशानी न हो, इसके लिए पुलिस कर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए।
कांवड़ियों को नहीं होनी चाहिए कोई परेशानी
कांवड़ियों के ठहरने वाले स्थलों पर पेयजल, लाइट, प्राथमिक उपचार और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। मंदिर परिसरों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की बात कही गई। एसएसपी ने अधिकारियों से कहा कि स्थानीय प्रशासन, मंदिर समितियों और स्वयंसेवक संस्थाओं के साथ बेहतर तालमेल बनाकर संपूर्ण आयोजन को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और श्रद्धापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया जाए।
पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
श्रावण के पहले सोमवार को शहर के अलखनाथ मंदिर, मढ़ीनाथ, ट्रेंचिंग ग्राउंड शिव मंदिर समेत तमाम शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हरिद्वार और कछला से गंगाजल लेकर लौटे कांवड़ियों ने हर-हर महादेव के जयघोष के साथ जलाभिषेक किया। प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के चलते इस बार किसी भी तरह की अव्यवस्था या अफरा-तफरी की खबर नहीं मिली।