जानकारी के अनुसार, मृतक दीप सक्सेना (43) प्राइवेट नौकरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। उन्होंने करीब आठ साल पहले सुभाष नगर निवासी एक व्यक्ति से दो लाख रुपये का कर्ज लिया था। इसके बदले उन्होंने अपनी कार और स्कूटर राम वाटिका निवासी एक व्यक्ति के पास गिरवी रख दी थी।
चार लाख चुकाने पर भी फोन पर दी जान से मारने की धमकी
परिजनों का कहना है कि दीप ने मूलधन से भी ज्यादा, लगभग चार लाख रुपये चुका दिए थे, बावजूद इसके सूदखोर लगातार पैसों की मांग करता रहा। आरोप है कि वह फोन पर दीप को गाली देता था और जान से मारने की धमकियां देता था। मंगलवार को तनाव से टूट चुके दीप ने जहरीला पदार्थ खा लिया। इसके बाद उन्होंने खुद ही अपने पिता नरेंद्र कुमार सक्सेना को फोन कर सारी बात बताई। परिजन आनन-फानन में उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी आकांक्षा और छोटे बेटे का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार ने सूदखोर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और परिजनों से तहरीर लेकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया में जुटी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस टीम सूदखोरी के पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है।