पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह में लेखपाल से लेकर स्टाम्प वेन्डर तक शामिल थे। कई फर्जी रजिस्ट्रियां पहले ही सामने आ चुकी हैं। कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को आरोपी को अदालत से जारी गैरजमानती वारंट के आधार पर धर दबोचा। उसके खिलाफ बरेली के अलग-अलग थानों में कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।
प्रॉपर्टी डीलर का मैनेजर था आरोपी कार्तिकेय
किला के चौधरी गुलाबनगर निवासी कार्तिकेय त्रिपाठी विजय अग्रवाल प्रॉपर्टी डीलर के यहां मैनेजर की पोस्ट पर काम करता था। विजय अग्रवाल जमीन खरीदने-बेचने का काम करता है और उसके साथ मिलकर कार्तिकेय लोगों की जमीनों का फर्जी बैनामा कराता था। 17 मार्च 2023 को हरिओम के जरिए एक जमीन सरकारी कीमत 3.30 करोड़ का फर्जी बैनामा पल्लव और प्रदीप के नाम कराया गया था। ई-स्टाम्प के लिए आरोपी के बैंक खाते से 24 लाख रुपये की ट्रांजैक्शन भी की गई थी।
शातिराना अंदाज में चलता था खेल
खुलासे के दौरान एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि शातिराना अंदाज में जमीन बेचने का काम चलता था। गिरोह के लोगों के जरिए पहले असली मालिक की जानकारी जुटाई जाती थी। फिर फर्जी दस्तावेजों के जरिए रजिस्ट्री कर दी जाती थी। इस पूरे खेल में सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों की मिली भगत से कागज तैयार किए जाते थे, और और जमीन ऊंचे दाम पर बेच दी जाती थी। इसके दो मुख्य आरोपी लेखपाल सावन कुमार जयसवाल और अमित सिंह राठौर को पुलिस पहले की गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
गैंग पर दर्ज हैं 5 एफआईआर
पुलिस ने बताया कि इस गैंग पर अलग-अलग थानों में 5 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी कार्तिकेय त्रिपाठी बेहद शातिर है, जो सरकारी तंत्र का फायदा उठाकर जमीन के कारोबार की आड़ में करोड़ों की ठगी कर चुका है। उससे पूछताछ जारी है और जल्द ही नए खुलासे हो सकते हैं। इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर क्राइम लव सिरोही, दरोगा त्रिवेंद्र कुमार और कांस्टेबल कपिल कुमार शामिल रहे।