मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में क्षेत्र के लोकदेवताओं के जयकारे के साथ सिवाना की वीर गाथाओं और बालोतरा के कपड़ा उद्योग की चर्चा की। उन्होंने कहा कि एशिया की दूसरी सबसे बड़ी रिफाइनरी के बाद अब शिक्षा के क्षेत्र में भी बालोतरा राष्ट्रीय पहचान बनाएगा। सीएम ने बालोतरा जिले के समग्र विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपए की घोषणा करते हुए लूणी नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जोधपुर, पाली और बालोतरा से पाइपलाइन बिछाने की योजना का भी उल्लेख किया।
इस पांच वर्षीय परिवर्तनकारी पहल के तहत शिक्षा, डिजिटल साक्षरता, व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण तथा एग्रीटेक सहयोग के माध्यम से क्षेत्र के 1 लाख से अधिक बच्चों, 5 हजार युवाओं और 25 हजार किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है। इससे 400 से अधिक स्थानीय रोजगार अवसरों का भी सृजन होगा। इस पहल में रॉकेट लर्निंग, एजुकेट गर्ल्स, मुस्कान ड्रीम्स और लाइटहाउस कम्युनिटीज फाउंडेशन जैसी संस्थाए साझेदार के रूप में कार्य करेंगी। ऐसे में मोतिलाल ओसवाल फाउंडेशन की इस पहल से बालोतरा क्षेत्र में शिक्षा और आर्थिक विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। यह संस्थान 87 बीघा भूमि में फैला एक अत्याधुनिक ग्रामीण विकास केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जो स्थानीय युवाओं, किसानों एवं विद्यार्थियों के लिए सशक्तिकरण का केंद्र बनेगा।