Barmer Rain: इस बार मानसून सक्रिय नहीं होने से किसान मायूस है और बरसात की देरी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसान खेतों को तैयार कर अब बारिश का इंतजार कर रहे हैं। बारिश की देरी से किसानों को फसल के प्रभावित होने का डर सता रहा है। आठ साल बाद जून माह में कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। जबकि गत साल 2024 के जून में 64 एमएम बरिश हुई थी।
वहीं वर्ष 2016 में सर्वाधिक कम 17.2 एमएम हुई थी। इसके बाद अब इस बार जून में 34.3 एमएम बारिश हुई है। कम बारिश होने पर बुवाई को लेकर किसान चिंतित है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री व न्यूनतम 28.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
किसानों की माने तो जून तक मानसून आ जाता है। इसके बाद बुवाई शुरू कर दी जाती हैं लेकिन इस बार बारिश कम हुई है और मौसम विभाग के अनुसार अभी भारी बारिश को लेकर कोई चेतावनी नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार एक सप्ताह तक मेघगर्जन, तेज हवाएं चलने की संभावना जताई जा रही है।
इधर मौसम विभाग ने राजस्थान के 11 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। झालावाड़ जिले में बीते 24 घंटे में 8 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जिससे नदियों और बांधों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। कोटा में पानी की बंपर आवक होने के कारण बैराज के 5 गेट खोले गए हैं। बाड़मेर जिले के लिए भी मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में हल्के से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर आगामी एक सप्ताह जारी रहने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भी आगामी तीन-चार दिन मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम बारिश दर्ज होने एक दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
Hindi News / Barmer / Rain Update: बारिश के लिए तरसा राजस्थान का यह जिला, 8 साल बाद जून में हुई महज 34 MM बारिश