कई लोग तो बैंक शाखा खुलते ही कतार में खड़े हो जाते हैं। शहर के एसबीआई बैंक में नए नोटों की गड्डियां लेने आए बस्सी निवासी मोहन लाल सैनी व जतिन तिवाड़ी ने बताया कि उनके परिवार में शादी है। शादी में 10 व 20 रुपए के नए नोटों की गड्डियों की जरूरत है। बैंक में आकर सम्पर्क किया तो पता चला कि जिसका इस बैंक शाखा में खाता है, उसको एक गड्डी 10 की व एक गड्डी 20 रुपए की दी जा रही है।
बहाना भी बना रहे हैं बैंककर्मी…
बस्सी शहर में एसबीआई बैंक शाखा में जिस व्यक्ति का खाता है, उसको एक 10 रुपए व एक 20 रुपए की गड्डी दी जा रही है, वह भी लम्बी कतार में लगने के बाद मिल रही है। जिस व्यक्ति को ज्यादा गड्डी की जरूरत है, उसको नहीं मिल रही है। अन्य बैंकों की शाखाओं में किसी भी ग्राहक को एक भी गड्डी नहीं मिल रही है।
जानकारों के माध्यम से गड्डियां मंगवा रहे
वहं 50,100, 200 व 500 रुपए के नोटों की तो फिर भी आसानी से नई गड्डियां दी जा रही है। अधिकांश बैंक शाखाओं में तो बहाना बनाया जा रहा है कि छोटे नोटों की गड्डियां आरबीआई से ही नहीं आ रही है। कई लोग तो बैंक प्रबंधकों के पास सिफारिशें लगवा रहे हैं, तो कई लोग जानकारों के माध्यम से गड्डियां मंगवा रहे हैं।