केंद्र सरकार द्वारा पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना लागू करने के बाद लोगों का सोलर पैनल को लेकर रूझान बढ़ा है। सोलर पैनल के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने सरकार 78000 रुपए की सब्सिडी भी दे रही है। इससे योजना में लोगों की रुचि तेजी से बढ़ रही है।
493 घरों पर लगे सोलर पैनल
शहर में योजना शुरू होने से पांच साल पहले सिर्फ 57 घरों पर सोलर पैनल लगे थे। फरवरी 2024 में केंद्र सरकार की पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के आने के बाद अब तक शहर में 493 घरों पर सोलर पैनल लगे हैं। इनमें 3 किलोवॉट क्षमता के सोलर पैनलों की संख्या ज्यादा है। घरों में लगे सोलर पैनलों से प्रतिमाह 2 लाख यूनिट से अधिक का बिजली उत्पादन किया जा रहा है। लगातार इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। ये भी पढ़ें:
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सोलर पैनल लगाने विद्युत वितरण कंपनी में विधिवत आवेदन करना पड़ता है। जिसके बाद विद्युत कंपनी द्वारा उपभोक्ता को नेट मीटर उपलब्ध कराया जाता है। इसमें सोलर पैनल से कितनी बिजली का उत्पादन हुआ और कितनी बिजली जलाई गई और कितनी बिजली शेष बची है। इसकी गणना रीडिंग में दर्ज होती है। जिसके बाद ही विद्युत कंपनी द्वारा बिजली बिल की गणना की जाती है। यदि उपभोक्ता कम बिजली जलाता है और अधिक बिजली का उत्पादन होता हैं तो बिलिंग में उपभोक्ता को फायदा पहुंचता है।
सरकारी विभागों में लग रहे सोलर पैनल
बिजली बिल में कमी करने के लिए अब सरकारी विभाग भी सोलर पैनल लगवा रहे हैं। ज्यादातर विभागों ने सोलर पैनल लगवा लिए हैं। इनमें कलेक्ट्रेट बिल्डिंग, जिला अस्पताल, नगरपालिका, जेएच कॉलेज, रेलवे स्टेशन सहित अन्य सरकारी भवन शामिल बताए जाते हैं। सोलर पैनल लगाए जाने के बाद इन विभागों में बिजली बिलों की कमी आई है। वहीं आम लोग भी बिजली बिल बचाने के लिए सोलर पैनल लगा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर सरकार भी लोगों को बिजली उत्पादन के लिए सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी जैसी सुविधा मुहैया करा रही है।
सोलर पैनल से बिजली उत्पादन का गणित
1 किलोवॉट क्षमता का सोलर पैनल एक दिन में लगभग 4 से 5 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है, यानी माह में 120 से 150 यूनिट बिजली उत्पादन होती है। अगर किसी घर की औसत खपत 200 यूनिट प्रति माह है, तो 3 किलोवॉट का सोलर पैनल लगाने से पूरा बिजली बिल जीरो हो सकता है। घर में सोलर पैनल लगाने के लिए उपभोक्ता योजना के पोर्टल, बिजली कंपनी के ऐप, वेबसाइट या क्यूआर कोड स्कैन कर आवेदन कर सकते हैं। सरकार इस योजना के तहत 1 से 3 किलोवाट तक के संयंत्र पर 30 हजार से 78 हजार रुपए तक की सब्सिडी सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर रही है।
तीन किलोवॉट क्षमता के सोलर पैनल ज्यादा
विद्युत कंपनी के मुताबिक आमतौर पर उपभोक्ता 3 किलोवाट क्षमता का सोलर संयंत्र स्थापित कर रहे हैं, जिससे वे न सिर्फ अपने घर की जरूरत पूरी कर रहे हैं, बल्कि अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजकर मुनाफा भी कमा रहे हैं। जिले में योजना में अब तक 600 से अधिक उपभोक्ताओं ने सोलर पैनल लगवाए हैं, और घर बैठे बिजली का उत्पादन कर रहे हैं। बताया गया कि विद्युत वितरण कंपनी के पास योजना के तहत सोलर पैनल लगाने करीब 100 आवेदन अब भी पेंडिंग हैं।
अभी तक 493 सोलर पैनल लगाए जा चुके
दक्षिण संभाग में पहले सोलर पैनल के सिर्फ 57 कनेक्शन भर थे, लेकिन पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने सोलर पैनल लगाने के लिए आवेदन किए हैं। अभी तक 493 सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। सब्सिडी की वजह से भी लोग योजना के प्रति आकर्षित हो रहे हैं।- बीएस बघेल, डीजीएम दक्षिण संभाग बैतूल