यहां एक बेटी की शादी से ठीक दो दिन पहले उसके पिता का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। परिवार पर मानों दुखों का पहाड़ टूट गया। गम के इस माहौल में जब सब कुछ थम गया था, तब इस दुख की घड़ी में परिवार बनकर पहुंची रोशनी महिला मंडल की महिलाओं ने बेटियों की शादी की जिम्मेदारी में सहायता की भूमिका निभाकर एक मिसाल पेश की।
अन्य लोगों ने भी दिया सहयोग
जानकारी के अनुसार शहर के सीमावर्ती गांव श्योपुरा निवासी एक व्यक्ति की कैंसर की बीमारी के चलते 27 अप्रेल को निधन हो गया था। उसकी दो बेटियों की शादी 29 अप्रेल को होनी थी। घर में किसी जिम्मेदार व्यक्ति के नहीं होने और पिता के चले जाने के बाद परिवार में मातम छा गया और शादी की सारी तैयारियां अधूरी रह गईं। जब यह बात रोशनी महिला मंडल की महिलाओं को पता चली, तो उन्होंने बेटी को अपना समझते हुए शादी में भरपूर सहयोग करने की व्यवस्था फैसला लिया। अन्य लोगों ने भी बेटियों की शादी में यथासंभव मदद की।
महिलाओं ने बढ़-चढ़कर किया सहयोग
शादी से दो दिन पहले पिता को खो चुकी श्योपुरा निवासी दोनों बेटियों की मंगलवार 29 अप्रेल को शादी में रोशनी महिला मंडल की अध्यक्ष मीरा गोयल, महामंत्री मधु जैन, मीडिया प्रभारी राजवती यादव, उपाध्यक्ष कमलेश अग्रवाल, मंडल सदस्य प्रेमलता अग्रवाल, दीपा शर्मा, मनोरमा सैनी, मंजू चौधरी, आशा शर्मा सहित अन्य महिलाओं ने दोनों बेटियों की शादी में बतौर कन्यादान में आभूषणों में दो जोड़ी चांदी के बिछुऐ, चांदी की दो चैन, दो अंगूठी, दो नाक के कांटे, 11 साड़ी, 7 जोड़ी पैंट-शर्ट, 21 बर्तन, दो बाटी ओवन, श्रृंगार का संपूर्ण सामान, दो गले के सेट, गिट आइटम, बेडशीट एवं 1100 रूपए की नकद राशि के साथ खाद्य सामग्री उपहार स्वरूप भेंट की।