जिसपर गाड़ी मालिक मोहन के होश उड़ गए। इसके बाद गाड़ी मालिक सीकर पहुंचा जहां अपनी गाड़ी की फिटनेस कराने की बात कही। जिसपर फिटनेस अधिकारी ने गाड़ी पर दो लाख ग्यारह हजार की राशि ओवरलोडिंग के चालान की बताई।
चालान को जब ऑनलाइन देखा गया तो गाड़ी पर ओवरलोड खनन सामग्री के कारण चालान कटना बताया। फिटनेस अधिकारी ने जब ओवरलोड वाहन की जांच की तो उनमें ट्रक पाया गया।
जानकारी के अनुसार पिकअप गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नम्बर की फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर एक डम्पर खनन सामग्री के परिवहन कार्य में लगा हुआ है। ओवरलोडिंग होने के कारण डम्पर के सात चालान काटे गए। सात चालानों में चार चालान एक ही तारीख 23 अक्टूबर 2020 में काट गए।
जबकि दो चालान 18 अक्टूबर 2020 में काटे गए। एक चालान 1 जून 2020 में काटा गया। चालानों की रकम दो लाख ग्यारह हजार पिकअप गाड़ी के रजिस्ट्रेशन पर बकाया चल रही है। पीड़ित पिकअप गाड़ी के मालिक मोहन ने अब पुलिस की शरण ली है। तथा ट्रक चालकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है।