जिला अस्पताल दुर्ग से मिली जानकारी के अनुसार हर दिन 1200 से 1300 मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इसमें से करीब 50 प्रतिशत केस सिर्फ वायरल के हैं, यानि करीब 600 केस
वायरल सर्दी-खासी के हैं। वहीं सुपेला के लालबहादुर शास्त्री अस्पताल के प्रभारी डॉ. पियम सिंह ने बताया कि यहां हर दिन 400 से 500 मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इनमें से करीब 30 प्रतशित यानि 150 केस वायरल के हैं। तबियत खराब होने की मुय वजह भी मौसम में बदलाव को बताया जा रहा है।
जानिए, किन कारणों से फैल रहा वायरल
मौसम में बदलाव होने के कारण पड़ रहा प्रभाव। ठंड में हर साल वायरल के केस बढ़ रहे। मौसम के अनुसार खान-पान नहीं होने से। संक्रमित व्यक्ति के छींकने व खांसने से फैलना बासी या प्रदुषित भोजन करने से
इस समय यह सावधानी बरतें
बीमार होने पर तुरंत
अस्पताल जाएं। खुद से दवाई लेकर न खाए। ठंड में ज्यादा प्रभाव पड़ता है, इसलिए गर्म कपड़े पहने। रात के दौरान ठंडा चीज ज्यादा न खाएं। बच्चों और बुजर्गों के ज्यादा ठंड में निकलने न दे। इयूनिटी पॉवर को बढ़ाएं, संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलती है। गर्म व ताजा भोजन ही खाएं