भाजपा नेता से भी हुई तीखी बहस
भाजपा नेता मदन सेन भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भवन अनुज्ञा विभाग में उप अभियंता सिद्धार्थ साहू से कहा कि अनुमति मांग कर काम कर रहा है, तो उसे क्यों परेशान किया जा रहा है। इस बात पर दोनों में तीखी बहस भी हुई। मदन सेन ने कहा कि अनुमति दे दिए हो, तो उसका पैसा उसे लौटा दो। इस पर उप अभियंता ने कुणाल से कहा कि पैसा दिए हो, इसका क्या सबूत है। आखिर में कुणाल निगम आयुक्त से लिखित शिकायत करने की बात कहते हुए लौट गया। 7 माह चक्कर लगाने के बाद मिली अनुमति
कुणाल ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ मिलकर चाय की दुकान चलाता है। संघर्ष कर पट्टे की जमीन को खरीदा है। इसके बाद निगम में अनुमति के लिए आवेदन दिया। 7 माह बाद काफी संघर्ष करने पर निगम से अनुमति मिली है। अनुमति मिलने से पहले उपअभियंता सिद्धार्थ को 5 हजार रुपए दिए। इसके बाद उधार लेकर घर बनाने का काम शुरू किए हैं। तब निगम की टीम आकर परेशान कर रही है। उसे काम रोकने का
नोटिस दिया जा रहा है। वह गरीब है इसलिए उसे परेशान किया जा रहा है। हजारों लोगों ने पट्टे की जमीन पर मकान बिना अनुमति के बना रखा है।सिर्फ उसे ही परेशान किया जा रहा है।
भवन अनुज्ञा के लिए अगर वह मुझे 5 हजार देने की बात कह रहा है, तो पैसा देने का उसके पास कोई सबूत है तो बताए। – सिद्धार्थ साहू, उप अभियंताभवन अनुज्ञा विभाग, नगर निगम, भिलाई
5 हजार रुपए अनुमति के नाम पर लिए जाने की शिकायत होने पर जांच करेंगे। वैसे नोटिस मिलने पर प्रार्थी हड़बड़ी में ऐसा आरोप लगा रहा होगा। – डीके वर्मा, प्रभारी अधिकारीभवन अनुज्ञा शाखा, नगर निगम, भिलाई,
कुणाल ने पट्टे की जमीन पर मकान बनाने निगम से अनुमति ली है। अब परेशान किया जा रहा है। आखिर मंशा क्या है। – मदन सेन, नेता, भाजपा नेता