Rajasthan District News: राजस्थान के इस जिले की बहाली के लिए हाइवे पर डालेंगे महापड़ाव, सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम
Rajasthan District News: संघर्ष समिति अध्यक्ष अधिवक्ता दुर्गा लाल राजोरा व नमन ओझा ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि 15 दिन में जिले का दर्जा पुन: नहीं दिया तो …
शाहपुरा। एक माह पूर्व 28 दिसंबर को राज्य सरकार ने शाहपुरा जिले का दर्जा समाप्त करने की घोषणा की। इस दिवस को ब्लैक- डे के रूप में बनाने का शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति ने आह्वान किया। शाहपुरा अभिभाषक संस्था के तत्वावधान में तथा संघर्ष समिति सदस्यों द्वारा ब्लैक-डे के दिन शाहपुरा में महापड़ाव महलों के चौक में डाला गया।
महापड़ाव में 10 बजे से ही शाहपुरा, फूलियाकलां, बनेड़ा, पंडेर, रायला, जहाजपुर और कोटड़ी की कई पंचायतों व आसपास क्षेत्र के सैंकड़ों लोग महापड़ाव में शामिल हुए। महलों के चौक में संघर्ष समिति अध्यक्ष अधिवक्ता दुर्गा लाल राजौरा की अध्यक्षता में महासभा हुई। वक्ताओं ने सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की और विधायक पर तीखे प्रहार किए। अधिवक्ता नमन ओझा, अर्पित ठठेरा, अविनाश शर्मा, वकील ताज मोहम्मद, किसान संघ अध्यक्ष सूर्य प्रकाश ओझा आदि ने संबोधित किया। संचालन संयोजक राम प्रसाद जाट ने किया।
जन आक्रोश रैली में लोगों ने शाहपुरा को जिला बनाए रखने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। महलों के चौक से विभिन्न मार्गों पर होते हुए रैली में लोग हाथों में काले झंडे, तख्तियां, बैनर पोस्टर लेकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए चल रहे थे। उपखंड कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। बाद में लोगों ने राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी भरत जयराम मीना को ज्ञापन सौंपा। संघर्ष समिति अध्यक्ष अधिवक्ता दुर्गा लाल राजोरा व नमन ओझा ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि 15 दिन में जिले का दर्जा पुन: नहीं दिया तो भीम-उनियारा 148 डी पर हाईवे पर महापड़ाव डालेंगे।
ताली व थाली बजाकर जताया विरोध
शाहपुरा जिले को यथावत रखने के लिए संघर्ष समिति के आह्वान पर शाहपुरा व गांवों में शाम 6 बजते ही लोगों ने घरों के बाहर व छतों पर ताली व थाली बजाकर विरोध जताया। रात 8 बजते ही लोगों ने अपने घरों की सभी लाइट बंद कर ब्लैक आउट किया। मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी स्वेच्छा से दुकानें बंद रख बंद का समर्थन किया। महापड़ाव के बीच में कवि दिनेश बंटी, जयदेव जोशी ने सरकार की कटाक्ष करते हुए ओजस्वी कविता सुना कर लोगों में जोश भर दिया। वहीं मंगलवार शाम को शाहपुरा के आसमान में काले बादल छाने से ऐसा लगा मानो प्रकृति भी आज ब्लैक डे का समर्थन कर रही है।
व्यवसायियों और आमजन का समर्थन
ब्लैक-डे के आह्वान पर शाहपुरा में मॉल से लेकर सब्जी विक्रेताओं, हाथ ठेलों के अलावा हाथ के कामगारों श्रमिकों ने भी अपना काम काज बंद रखा। सुबह से ही शहर की दुकानें बंद रहने के कारण महापड़ाव में आए सैंकड़ों लोग चाय-पानी तक के लिए तरस गए।
विद्युत आपूर्ति बाधित, लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी
आमसभा क्षेत्र में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहने को लेकर लोगों का आरोप था कि राजनीतिक दबाव के कारण विभाग ने महलों के चौक में 11 बजे से होने वाले आमसभा को बाधित करने के लिए विद्युत कटौती की गई। सभा शुरू होने से पूर्व आयोजनों ने आनंद फानन में जनरेटर की व्यवस्था की। इस दौरान विद्युत विभाग के अधिकारियों के फोन स्विच ऑफ मिले।
महापड़ाव के ऐलान को लेकर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस अधिकारियों ने भीलवाड़ा से अतिरिक्त पुलिस बल के साथ फूलिया, पंडेर, बनेड़ा आदि थानों से जाप्ता नगर में जगह-जगह वह मुख्य चौराहों पर तैनात किया गया।