पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता मनोज जोशी ने बताया कि सरकार का सड़कों की गुणवत्ता को लेकर जोर है। भीलवाड़ा के लिए यह संतोषजनक है कि 51 में से एक भी ऐसी सड़क नहीं है जो घटिया क्वालिटी की बनी हो।
जोशी ने बताया कि भीलवाड़ा, मांडलगढ़, आसींद व शाहपुरा खंड की 311 किमी लंबी 51 सड़कों की जांच मुख्य अभियंता (गुण नियंत्रण) जसवंतलाल खत्री के निर्देशन में की गई थी। जांच रिपोर्ट में स्कोरिंग जारी की गई है। इसमें आसींद खंड प्रथम रहा। जबकि, शाहपुरा खंड चौथे स्थान पर रहा। आसींद उपखंड की 13 सड़कों की जांच हुई। इनकी कुल लंबाई 71.08 किलाेमीटर रही। इन्हें 95.69 प्रतिशत अंक मिले। भीलवाड़ा खंड की भी 13 सड़कों का निरीक्षण हुआ। इनकी लंबाई 99.38 किमी रही। इन्हें 94.54 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। मांडलगढ़ खंड की 72.93 किमी सड़कों को 92.63 प्रतिशत अंक मिले। शाहपुरा क्षेत्र की 67.84 किमी सड़कों को 91.76 प्रतिशत अंक दिए गए।
यह रही मध्यम श्रेणी की सड़कें जांच रिपोर्ट के आधार पर आसीन्द क्षेत्र की भीमलत रायला रोड, मांडलगढ़ की माणिक्यलाल वर्मा चौराहा से होड़ा तक, शाहपुरा की भीलवाड़ा से कोटड़ी-पंडेर- सावर एवं अरवड़-घनोप- फूलियारोड़ तथा जहाजपुर घाटारानी खजूरी रोड़ मध्यम श्रेणी की पाई गई। विभाग का मानना है कि इस तरह की सड़कों को भी सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। जोशी ने बताया कि यह कार्य पॉलीटेक्निक कॉलेज के छात्र-छात्राओं से कराया गया।