पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्रसिंह यादव ने बताया के मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग एमपी से हथियार खरीद कर भीलवाड़ा ला रहे है। हमीरगढ़ थानाप्रभारी संजय गुर्जर ने लोकेशन के आधार पर इको पार्क के निकट नाकाबंदी की। पुलिस ने चित्तौड़गढ़ की ओर से आ रही कार को रोकने का प्रयास किया। उसमें सवार सिकंदर ने पुलिस पर फायर किया। गोली पुलिस की गाड़ी से टकराई। पुलिस ने भी जवाब में दो राउंड फायर किए। कांवाखेड़ा निवासी सिकंदर के पैर में गोली लगी। पुलिस ने सिकंदर और उसके साथियों को धरदबोचा। पुलिस ने सिकंदर और उसके साथी हरिपुरा निवासी मांडल थाने का हिस्ट्रीशीटर जगदीश कुमावत, स्वरूपगंज के अजीज खान व आलमास, मांडल निवासी प्रहलाद कुमावत को गिरफ्तार किया। सिकंदर को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया।यहां उसके पैर से गोली निकाली गई। एसपी यादव, एएसपी पारस जैन समेत अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और उसके बाद अस्पताल आए। एफएसएल टीम ने भी मौके पर पहुंच कर साक्ष्य एकत्र किए। सिकंदर को एमजीएच लाने पर वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
कोबरा गैंग लीडर समेत तीन निशाने पर थे पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि एमपी से पिस्टल एक-एक लाख रुपए में खरीदी थी। हथियार से राजसमंद के कोबरा गैंग लीडर सुरेन्द्र रावत व भीलवाड़ा के दो लोगों पर हमला करना था। बीच रास्ते वह पकड़े गए। सिकंटर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटरर है। उसके खिलाफ लूट, हत्या का प्रयास, डकैती समेत विभिन्न धाराओं में 15 मामले दर्ज हैं।
पहले भी कर चुका फायरिंग पुलिस के अनुसार सिकंदर ने वर्ष-2023 में वैभव नगर निवासी मोबाइल व्यवसायी अर्पित कोठारी के घर पर दो राउंड फायर किए थे। इस मामले में उसे कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। वर्ष-2024 में ही कांवाखेड़ा के एक व्यक्ति ने सिकंदर पर हवाई फायर करने का आरोप लगाते हुए थे मामला दर्ज कराया था।