लहार के रहनेवाले युवराज सिंह राजावत के साथ कुछ युवकों ने सरेराह गुंडागर्दी की। अपने परिजनों के साथ कार से भिंड जा रहे युवराज को रावतपुरा सानी मोड़ पर रुकवाया और गाड़ी से बाहर निकाल लिया। लाठियों से लैस युवक उससे गाली-गलौज करते हुए धक्कामुक्की करने लगे। मौके पर भीड़ लग गई।
विधायक शर्मा के तेवर देख बदमाशों की हालत खराब हो गई और वे भाग निकले
संयोगवश लहार
विधायक अंबरीश शर्मा इसी दौरान वहां से गुजरे। सड़क पर सरेआम गुंडागर्दी देखकर उनसे रहा नहीं गया तो तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाई और बंदूक निकालते हुए बदमाशों को ललकारा। विधायक शर्मा के तेवर देख बदमाशों की हालत खराब हो गई और वे अपनी कार से भाग निकले।
42 लाख दे दिए तब भी 80 लाख रुपए बकाया होने की बात कह रहे
बाद में युवराज ने शिवम दुबे, सत्यम गोस्वामी, राहुल शर्मा, हर्ष शर्मा और विश्ववेंद्र राजावत के नाम लेते हुए बताया कि मैंने इनसे 30 लाख रुपए उधार लिए थे और 42 लाख दे दिए तब भी 80 लाख रुपए बकाया होने की बात कह रहे हैं। चार माह पूर्व जबरन गाड़ी में बैठाकर राजस्थान ले गए और मारपीट की। मैंने इस मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
अपहरण के आरोपी थाना परिसर में आ गए और मारपीट करने लगे
फरियादी युवराज सिंह ने बताया वह अपने पिता अरुण सिंह के साथ अपहरण के आरोपियों के द्वारा दी जा रही धमकी की शिकायत करने लहार थाने पहुंचे थे। प्रधान आरक्षक प्रेम सिंह ने आवेदन लेने से मना कर दिया और जांच करने के बाद आवेदन लेने की बात कहकर वहीं बैठने को कहा। तभी कुछ ही देर बाद चार माह पूर्व अपहरण के आरोपी थाना परिसर में आ गए और मारपीट करने लगे। प्रधान आरक्षक प्रेम सिंह और कुछ आरक्षक आए तब आरोपी भाग गए। मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।