Viral Wedding Card: एमपी के भिंड जिले में छपा शादी का एक कार्ड जमकर वायरल हो रहा है, क्योंकि इस कार्ड में एक अनूठी पहल की गई है, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। पर्यावरण और गोसंवर्धन के क्षेत्र में नौ साल से सक्रिय पर्यावरण मित्र हरेकृष्ण शर्मा 6 मार्च को विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं। परंपरागत विवाह से हटकर उन्होंने अपनी शादी में एक अनूठी पहल की है।
विवाह के कार्ड से लेकर लगन फलदान में शामिल होने वाले मेहमानों को प्राकृतिक वातावरण से जोड़ने का प्रयास किया है। शादी के कार्ड राजस्थान के जयपुर से छपवाए हैं जो गोमूत्र और गोबर के साथ कॉटन के वेस्ट कपड़े से निर्मित हैं।
पर्यावरण प्रेमी हरेकृष्ण कहते हैं कि पेड़ों को काटकर कागज बनाया जा रहा है। जंगल उजड़ रहे हैं। क्यों न गाय के गोबर और उसके गोमूत्र से कागज बनाएं। ऐसा करने से गोवंवर्धन तो होगा ही, हमारी प्रकृति भी संवरेगी। निमंत्रण पत्र के कार्ड में तुलसी, गेंदा, जीरा, पालक सहित पांच प्रकार के बीच रखे हैं। कार्ड पर नशामुक्ति का संदेश और पर्यावरण संवर्धन के स्लोगन भी लिखे गए हैं।
जिले में 18 और पूरे देश में 25 नक्षत्र वाटिकाएं
हरेकृष्ण ने बताया कि वे अपनी शादी में आने वाले मेहमानों को 27 तरह के नक्षत्र और राशि के पौधे उपहार में भेंट करेंगे। समाजसेवी ने जिले में 18 और पूरे देश में 25 नक्षत्र वाटिकाएं बनाई हैं। इन वाटिकाओं को सुरक्षित रखने के लिए वे युवाओं के साथ संवर्धन की जिमेदारी भी निभा रहे हैं। वहीं गायों की सेवा के लिए भी उनका संगठन पूरी तरह से समर्पित है।
Hindi News / Bhind / ‘गोबर जैसा महक रहा…’, एमपी में वायरल हो रहा ये ‘शादी का कार्ड’, पूरे चंबल में हो रही चर्चा