प्रदेश के साथ देशभर में तुअर दाल की मांग हमेशा बनी रहती है। किसानों को इसकी कीमत भी बढ़िया मिले इसके लिए सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी कर रही है। प्रदेश में इस बार भी खरीफ वर्ष 2024 में तुअर की खेती करने वाले पंजीकृत किसानों से तुअर की खरीदी की जाएगी।
राज्य सरकार ने तुअर उपार्जन के लिए राज्य सहकारी विपणन संघ भोपाल को उपार्जन एजेंसी के रूप में अधिकृत किया है। इस बार प्रदेश में 1 लाख 27 हजार मीट्रिक टन यानि 1270000 क्विंटल तुअर खरीदी का लक्ष्य है।
तुअर के उत्पादन के लिए एमपी की आबोहवा बहुत अनुकूल मानी जाती है। यही कारण है कि प्रदेश के ज्यादातर जिलों में इसकी बोवनी की जाती है। तुअर की खेती के लिए जहां अच्छी सिंचाई जरूरी है वहीं 18 से 38 डिग्री सेल्सियस का मध्यमान तापमान बेहतर माना जाता है। मटियार दोमट मिट्टी और रेतीली दोमट मिट्टी तुअर उत्पादन के लिए अच्छी होती है। दलहन में आयात कम करने के लिए घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के अंतर्गत सरकार वर्ष 2024-25 के लिए तुअर की खरीदी कर रही है।
राज्य सरकार ने 43 जिलों में तुअर खरीदी की बात कही है। इन जिलों में 1 लाख 27 हजार मीट्रिक टन तुअर, 7550 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदी जाएगी। इस प्रकार राज्य सरकार इन जिलों के तुअर किसानों के खातों में 9 अरब रुपए से ज्यादा की राशि डालेगी।
तुअर की सरकारी खरीदी से किसानों को करोड़ों का लाभ होना तय है। 20 मार्च को तुअर की सबसे उच्च बाजार दर होशंगाबाद के पिपरिया में आंकी गई जहां ₹7670 रुपए प्रति क्विंटल की दर से तुअर बिकी। वर्तमान बाजार दरों के अनुसार, मध्यप्रदेश में तुअर का औसत मूल्य ₹6647 प्रति क्विंटल है जबकि सरकार 7550 रुपए प्रति क्विंटल की दर से तुअर खरीद रही है।
एमपी में तुअर खरीदी को लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट भी किया-
मध्यप्रदेश के तुअर उत्पादक किसानों को सौगात खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में तुअर उत्पादक 43 जिलों के पंजीकृत किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹7550 पर किया जाएगा तुअर का उपार्जन।